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नेताओं के बंगलों पर सियासत तेज, कुछ नेताओं ने समेटा बोरिया बिस्तर तो कुछ नेता बंगला खाली न करने पर अड़े

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Jan 18, 2019

गब्बर सिंह ठाकुर : सरकार बदलते ही बहुत कुछ बदल रहा है,और इसी कड़ी में नेताओं के बीच बंगलों पर सियासत तेज हो गई है, पिछले 15 साल से राजधानी के सरकारी बंगलों में रहने वाले कुछ भाजपा नेताओं ने सामान समेट लिया है तो कुछ मोहलत मांग रहे हैं। उधर डेढ़ दशक बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस सरकार के मंत्री उन्हें आवंटित बंगलों की साज-सज्जा से लेकर वास्तु के लिहाज से कई बड़े बदलाव भी करवा रहे हैं।

बीते नौ माह से बंगले का इंतजार कर रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को पूर्व मंत्री गृह भूपेंद्र सिंह का बंगला पसंद आया है, लेकिन आवंटन अटका हुआ है वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने छह महीने तक बंगले में काफी काम कराया, लेकिन अब उनका आवंटन निरस्त कर दिया गया है। पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के बंगले में सबसे बड़ा रिनोवेशन हो रहा है तो मंत्री कमलेश्वर पटेल और गोविंद सिंह राजपूत छोटे बंगले मिलने से खफा हैं और उन्होंने बड़े बंगले की फरमाइश की है।

गोपाल भार्गव : बी-1 बंगला बृजेंद्र सिंह राठौर को आवंटित हुआ था, लेकिन भार्गव अब नेता प्रतिपक्ष हैं, इसलिए सायद वे बंगला खाली नहीं करेंगे तो वही पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बी-6 बंगला खेल मंत्री जीतू पटवारी को मिला है, लेकिन मिश्रा इसे खाली नहीं कर रहे हैं। इसी वजह से पटवारी अपने पुराने बंगले डी-13 का ही रिनोवेशन करा रहे हैं तो वही बंगलो को लेकर उच्च शिक्षा एंव खेल मंत्री जीतू पटवारी और सामान्य प्रसासन विभाग एंव संसदीय कार्यमंत्री डॉ. गोविंद सिंह का कहना है की हम किसी को परेशान नही करना चाहते है सभी लोग आराम से खाली कर देंगे।