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मेघनगर में बिजली बिलों पर सब्सिडी का प्रचार, कांग्रेस का आरोप अधिकारी कर रहे भाजपा का प्रचार

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Oct 15, 2018

दशरथ कट्ठा : थांदला विधान सभा में बिजली बिलों पर मुख्यमंत्री द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के उल्लेख को कांग्रेस भाजपा का प्रचार मान रही है। कांग्रेस के पूर्व विधायक और वर्तमान में थांदला विधानसभा सीट से कांग्रेस की दावेदारी कर रहे वीरसिंह भुरिया ने आरोप लगाया कि आचार सहिंता 6 तारीख को लग गयी और 11 तारीख को ये बिल घर - घर बाँटे गए  । बिल पर मुख्यमंत्री की योजना का उल्लेख है। अधिकारी खुद भाजपा का प्रचार कर रहे हैँ  उधर स्वराज एक्सप्रेस न्यूज़ ने जब इस संबंध में एसडीएम एम एल मालवीय से बात की तो उन्होंने कहा कि आप ही के माध्यम से ये बात मुझे पता चली है। हम एमपीईबी को निर्देशित कर रहे है की वो इन बिलो को बची हुई जगहों पर नही वितरित करे और जिला निर्वाचन अधिकारी को भी हम अवगत करा रहे है। एमपीईबी के अधिकारी इस मामले में कैमरे पर कुछ भी बोलने को तैयार नही है।

थांदला विधान सभा के मेघनगर में अचार सहिंता के बाद बटे बिजली बिलों पर मुख्यमंत्री बकाया बिल माफी योजना के छपे होने को कांग्रेस भाजपा का प्रचार और अचार संहिता का उल्लघन बता रही है। थांदला विधानसभा के मेघनगर में 4 हजार से ज्यादा घरों में अचार सहिंता लगने के बाद जो बिल बांटे गए हैँ , सभी पर मुख्यमंत्री बकाया बिल माफी योजना छपा हुआ हैँ।

खुद कांग्रेस के पूर्व विधायक के घर भी मुख्यमंत्री बकाया बिल माफी योजना लिखा बिल पहुँचा है। कांग्रेस के पूर्व विधायक और वर्तमान में थांदला विधानसभा से कांग्रेस के दावेदार वीरसिंह भुरिया इसको सरकार केँ अधिकारियों द्वारा भाजपा का प्रचार बता रहे है। भुरिया ने आरोप लगाया कि अचार संहिता 6 तारीख को लगी और 11 को मेरे विधानसभा में 50 प्रतिशत से ज्यादा घरो में ये बिल बाटे गए है। जिले के कलेक्टर और अधिकारियों को हटाया जाना चाहिए ये लोग भाजपा केँ पक्ष में मतदाताओं को गुमराह कर रहे है इसकी शिकायत चुनाव आयोग को की जाएगी। 

इस पूरे मामले को लेकर स्वराज एक्सप्रेस न्यूज़ ने लोगो से उनके घर बिल पहुंचने की तारीख और उनके बिलो पर क्या लिखा है ये सवाल किए तो व्यापारी अतुल गर्ग और स्कूली छात्रा संध्या डामोर ने बताया कि ये बिल दो तीन दिन पहले उनको मिले हैँ और उनके बिलो पर मुख्यमंत्री बकाया बिल माफी योजना लिखा हुआ है। मेघनगर एसडीएम से जब स्वराज एक्सप्रेस न्यूज ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि आप ही के माध्यम से ये बात मुझे पता चली है। हम एमपीईबी को निर्देशित कर रहे है की वो इन बिलो को बची हुई जगहों पर नही वितरित करे और जिला निर्वाचन अधिकारी को भी हम अवगत करा रहे हैँ। एसडीएम ने स्वराज एक्सप्रेस न्यूज़ केँ सामने ही एमपीईबी में फोन भी लगाया। एमपीईबी केँ अधिकारी माईक पर कुछ नही बोले लेकिन कैमरे पर बातचीत में उन्होंने स्वीकार किया कि मुख्यमंत्री की योजना का नाम प्रिंट हो गया हैँ बिल बट गए हैं लेकिन अगली बार से ये हटा देंगे।