Jun 28, 2018
मध्यप्रदेश के शिक्षा जगत में घोटाले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं ताजा मामला ग्वालियर के आदर्श साइंस कॉलेज का है। जहां छात्र-छात्राओं को मिलने वाली स्कॉलरशिप का बंदरवांट सरकारी कॉलेज और निजी कॉलेजों ने कर लिया है। जिससे शुरूआती दौर में ही सरकार को 44 लाख 64 हजार रूपए का चूना लगा है अब जब आरटीआई में ये घोटला उजागर हुआ है, तो ईओडब्लू की निगाहें भी इस घोटाले पर गढ़ गयी है। आनन-फानन में इस मामले को ईओडब्लू ने अपने मुख्यालय भेज दिया है। जहां हरी झंड़ी मिलने के बाद घोटाले से जुड़े आऱोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी।
मध्य प्रदेश के स्कॉलरशिप घोटालों की जांच
बीते सालों में मध्य प्रदेश के स्कॉलरशिप घोटालों की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई थी उससे पहले एक और घोटाला सामने आया है जहां ग्वालियर के सरकारी आदर्श साइंस कॉलेज यानि की संकुल कॉलेज पर 6 निजी कॉलेजों को पर स्कॉलरशिप पर फायदा पहुंचाने का मामला उजागर हुआ है। आरटीआई में मिले दस्तावेजों से ये घोटाला साफ जहिर भी हो रहा है। साथ ही इस मामले के आरटीआई एक्टिविस्ट संकेत साहू के मुताबिक ये घोटाला 2010 से 2012 के बीच में तत्कालीन साइंस कॉलेज के प्रिंसिपल आईबी सिंह ने किया है। जहां आईबी सिंह ने निर्धारित मापदंडों से ज्यादा स्कॉलरशिप निजी कॉलेजों को दे दी है। जिसकी शिकायत वह पहले भी कर चुके हैं।
मुख्यालय से हरी झंड़ी मिलने का इंतजार
ग्वालियर के साइंस कॉलेज ने ये स्कॉलरशिप जिले के 6 निजी कॉलेजों को BCA, बीबीए, बीएससी माइक्रोबायोलॉजी, एमएससी माइक्रोबायोलॉजी, एमएससी कंप्यूटर साइंस के छात्रों के नाम से निकाली गयी है। आरटीआई के जरिए इस बात का बात का खुलासा हुआ है, शासन द्वारा जो फीस निर्धारित की गयी है। उस हिसाब से साइंस कॉलज के तत्कालीन प्रिंसिपल ने स्कॉलरशिप नही बांटी है। जबकि स्कॉलरशिप की राशि निजी कॉलेजों को उनके फीस स्ट्रेक्चर के मुताबिक दे दी गयी है। ऐसे में इस मामले की शिकायत को ईओडब्लू ने अपने मुख्यालय भेज दिया है। साथ ही मुख्यालय से हरी झंड़ी मिलने का इंतेजार कर रहा है।
एसपी, ईओडब्लू ग्वालियर
रघुवंश सिंह भदौरिया, एसपी, ईओडब्लू ग्वालियर ने कहा है कि एक शिकायत आयी है, जो आरटीआई एक्टिविस्ट ने की है, जिसमें स्कॉलरशिप के नाम पर निजी कॉलेजों को भुगतान कर दिया है। इस मामले की शिकायत को मुख्यालय भेज दिया है।
ग्वालियर जिले के इन कॉलेजों ने किया स्कॉलरशिप घोटाला
· बीसीए में- 33,39,112 रूपए
· बीबीए में- 9,17,115 रूपए
· बीएससी माइक्रो बायोलॉजी में - 51,552
· एमएससी में 31420 रूपए
· बीएससी कम्प्यटूर साइंस में- 1,25,208 रूपए
यानि की 44 लाख 64 हजार 407 रूपए
· पीजीव्ही कॉलेज, ग्वालियर
· बोस्टन कॉलेज, ग्वालियर
· जीआईसीटीएस, ग्वालियर
· प्रेस्टीज कॉलेज, ग्वालियर
· सनवे कॉलेज, ग्वालियर
बहरहाल ये साइंस कॉलेज में स्कॉलरशिप के वितरण के घोटाले का मामला सीएजी की रिपोर्ट तक में भी उजागर हो चला है। बावजूद इसके अभी तक न तो कोई कार्रवाई हुई है, न ही भ्रष्ट्राचार के आरोपी प्रिंसिपल आईबी सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई की गयी है। अब ऐसे में इस घोटले की जांच ईओडब्लू के पास है, जिसमें देखना होगा। कि वह कैसे इस भ्रष्ट्राचार की गुत्थी को सुलझाकर आऱोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाती है।