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रायसेनः ट्रैक्टर ट्राली में निकली शव यात्रा, मानवता ही शर्मसार  

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Aug 4, 2019

इलयास खान – शव वाहन के अभाव में नहीं बारिश के बीच ट्राली में रख कर भीगते हुए ले जाना पड़ा मां के शव को। बारिश के पानी से छतरी लगाकर बचाने की नाकाम कोशिश करता रहा मृतक का 10 साल का बेटा सुनील।
रायसेन नगर पालिका के पास एक मात्र शव वाहन है। अस्पताल में नहीं है शवों को पहुंचाने के लिए कोई व्यवस्था। नगरपालिका के पास एक ही शांति वाहन है। जब तक शव वाहन एक शव को छोड़कर न आए जाए, तब तक दूसरे शव के लिए की सुविधा उपलब्ध नहीं। अब यहां सवाल यह उठता है कि यदि नगरपालिका का एक मात्र शव वाहन किसी शव को छोड़ने के लिए चला जाए तो दूसरे शव का गतंव्य तक पहुंचाना मुश्किल क्यों हो जाता है, जबकि जिला अस्पताल की जो दुकाने बनी हुई हैं, उससे ही लाखों रुपये रोगी कल्याण समिति के खाते में जमा है। जिला अस्पताल प्रबंधन चाहता तो उस पैसे का प्रयोग शांति वाहन खरीदने में किया जा सकता है।

शव वाहन के चालक को परिजन फोन लगाते रहे

मामला है गुरुवार के दिन का, जब दोपहर दो बजे एक शव को शहर से 20 किमी दूर ले जाने के लिए परिजन परेशान होते रहे। शव वाहन के चालक को परिजन फोन लगाते रहे, लेकिन फोन नहीं लगने से उसकी लोकेशन तक नहीं मिल पाई। शाम होते देख परिजनों को बारिश के बीच एक ट्रैक्टर-ट्राली में खटिया के ऊपर शव को रख कर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। शव को बारिश के पानी से बचाने के लिए मृतिका के छोटे से बेटे ने छतरी भी लगा दी, लेकिन बारिश तेज होने से शव को गीला होने से नहीं बचा पाया। ऐसी शर्मसार करने वाली यह स्थिति रायसेन से लेकर भीलटोला सिरसोदा गांव तक 20 किमी के रास्ते में कई लोगों ने देखी।

करंट लगने से ही थी महिला की मौत

अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनके पास शव वाहन नहीं है, इस कारण वे कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करा सकते हैं। गुरुवार को दोपहर के समय जिला अस्पताल में डॉ. दिलीप राठौर ने भीलटोला सिरसोदा निवासी नंदू दाइमा की 30 वर्षीय पत्नी कर्मा बाई का पोस्टमार्टम किया था। इस महिला की करंट लगने से मौत हुई थी। पोस्ट मार्टम होने के बाद एक घंटे तक परिजन शव वाहन के लिए परेशान होते रहे। जब शाम 4 बजे तक शव वाहन की कोई व्यवस्था नहीं हुई तो परिजन ट्रैक्टर-ट्राली में ही खटिया पर शव को रखकर बारिश के बीच गांव के लिए रवाना हो गए। गांव पहुंचने पर रात में ही अंतिम संस्कार करना पड़ा। जिस समय महिला को करंट लगा था, तब घर में उसका पति नहीं था। रात भर घर में रखा रहा शव। बुधवार को दोपहर 2 बजे के करीब भीलटोला सिरसोदा निवासी नंदू दाइमा की 30 वर्षीय पत्नी कर्मा बाई को लेकर अस्पताल पहुँचा था।