Jul 3, 2018
प्रदेश सरकार 22 हजार सरकारी मंदिरों के पुजारियों को अनुष्ठान, पूजा विधि, कर्मकांड और पंचांग देखने की ट्रेनिंग दिलवाने जा रही है पुजारियों को दो दिन 7 अलग अलग स्थानों पर ट्रेनिंग दी जाएगी ये ट्रेनिंग 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच प्रदेश में 7 अलग अलग जगह होगी इनमें ग्वालियर, उज्जैन, मैहर और ओरछा भी शामिल हैं ग्वालियर में ग्वालियर के अलावा भिंड, मुरैना और दतिया के पुजारी शामिल होंगे।
पुजारियों को ट्रेनिंग देने का फैसला मप्र तीर्थ स्थान एवं मेल प्राधिकरण ने लिया है ट्रेनिंग देने के लिए देशभर के पूजा पाठ एक्सपर्ट पुजारियों को बुलाया जा रहा है मध्यप्रदेश के माफ़ी मंदिरों में इस समय मात्र 1500 पुजारी तैनात हैं जिन मदिरों के पास जमीन है उनके पुजारियों को 500 से 700 रुपये नेमनुक (मानदेय) मिलता है जिन मंदिरों के पास जमीन नहीं है उन्हें 1000 रुपये मिलता है ये मानदेय साल में एकबार इकठ्ठा मिलता है।
2007 में हो चुकी है ट्रेनिंग पुजारियों को दूसरी बार इस तरह की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी 2007 में ग्वालियर के अचलेश्वर मंदिर में शहरी क्षेत्र के पुजारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है एक बार फिर अलग 7 अलग अलग स्थानों पर ट्रेनिंग का प्रोग्राम बनाया है पुजारियों को ट्रेनिंग में आने जाने का खर्च और रहने की सुविधा प्राधिकरण उठाएगा।
सरकार के इस फैसले का वो पुजारी स्वागत कर रहे है जो उम्र दराज हो चुके है उनका कहना है कि सरकार मंदिरो पर पुजारियो की नियुक्ती कर देती है लेकिन यह मानक तय नही हो पाता है कि जो पुजारी की नियुक्ती की गई है वाकई उनको कर्मकाण्ड का ज्ञान है या नही लिहाजा ऐसे पुजारियो को ट्रैनिंग की आवश्यकता है ताकि धर्म का काम पूर्ण विधि विधआन के साथ पूरे किए जाए।