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प्रदेश पंचायत मंत्री पहुंचे हड़ताल तोड़ने, संविदाकर्मियों पर नहीं पड़ा कोई प्रभाव!

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Mar 24, 2018

मध्यप्रदेश संविदा संयुक्त संघर्ष संघ अपनी मांगो को लेकर प्रदेशव्यापी हड़ताल पर बैठा हुआ है, वहीं प्रदेश पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव शनिवार को दस दिन से लगातार जारी हड़ताल को तोड़ने का अनुरोध लेकर आंदोलनकारियों के पास पहुंचे, मगर हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने हड़ताल से न उठने का रवैया अख्तियार करते हुए अपना धरना जारी रखने का मन बनाया हुआ है।

दरअसल प्रदेश भर में विभिन्न कार्यालयों में पदस्थ ढ़ाई लाख संविदाकर्मी अपनी नियमितीकरण सहित विभिन्न मांगों को लेकर पिछले पंद्रह साल से सरकार के समक्ष अपनी व्यथा सुनाते आ रहे है, पर हर वार उन्हें मांगो पर विचार करने का आस्वासन देकर चुप करा दिया जाता है, मगर इस बार संविदा कर्मी सरकार से आमने सामने लड़ने का मन बना चुके है, और किसी भी कीमत पर बिना मांगे पूरी हुए बिना हड़ताल खत्म करने को राजी नही है।

सागर में पीली कोटी के सामने वाले मैदान में हड़ताल पर बैठे कर्मचारी शिवराज मामा को आवाज लगाते हुए अपनी मांगे पूरी करने की बात कर रहे है, हड़ताल पर बैठी एक महिला कर्मचारी ने बताया कि जब उनसे अन्य शासकीय कर्मचारियों जितना काम करवाया जा रहा है तो वेतन भी अन्य उनके जितना ही मिलना चाहिए, मजबूरी बस यह है कि उन्हें हड़ताल पर बैठने को विवश होना पड़ेगा। 

हजारों की संख्या में बैठे संविदा कर्मी मांगो को लेकर अपना कार्य छोड़कर इस मैदान में धरने पर बैठे है मगर दस दिन बीत जाने के बाद भी इन्हें अभी तक कोई उम्मीद हाथ नहीं लगी,एक अन्य कर्मी की माने तो जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानेगी वो इसी प्रकार धरने पर बैठे रहेंगे,भले ही शासकीय कार्य प्रभावित हो।

हड़ताल पर बैठे संविदा कर्मियों से शनिवार को मिलने पहुंचे पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव धरना स्थल पर पहुंचे, लगभग आधा घंटे तक उन्होंने संविदा कर्मियों से उनकी समस्याओं को विस्तार से सुना, और कैबिनेट से मांगो के संबंध में विचार करने की बात कहते हुए हड़ताल समाप्त करने का अनुरोध किया।  

बता दें मंत्री जी के अनुरोध का हड़ताली कर्मियों पर कोई असर नहीं हुआ और संविदा कर्मी अपनी हड़ताल जारी रखे हुए है, चुनावी वर्ष में शिवराज सरकार के खिलाफ इन संविदा कर्मियों की हड़ताल क्या रंग लाएगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा।