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कलेक्टर के निर्देश पर तत्काल कार्रवाई कर आधी रात डॉक्टर को घर से उठाकर लाया गया अस्पताल

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Jul 24, 2018

अमित निगम : स्वास्थ सुविधाओं के लिए तमाम नए भवन बनने के बाद भी जिला मुख्यालय पर स्थिति कितनी विकट है इसका ताजा उदाहरण  रात देखने को मिला नए एमसीएच भवन में भर्ती दो महिलाओं की डिलीवरी के लिए परिजनों को रात 2 बजे कलेक्टर बंगले जाकर गुहार लगानी पड़ी कारण की ऑपरेशन के लिए वरिष्ठ डॉक्टर से संपर्क नहीं हो पा रहा था दोनों परिवार परेशान हो गए तो प्रभारी कलेक्टर के पास पहुंचे उन्होंने भी मानवता का परिचय देते हुए रात में ही परिजनों की सुना और तत्काल एसडीएम को कार्रवाई के लिए भेजा।

प्रसव पीड़ा से बिलखती रही महिलायें

इसके बाद एसडीएम घर जाकर डॉक्टर को लेकर अस्पताल आए और ऑपरेशन किया गया जानकारी के अनुसार काजीपुरा निवासी मुश्ताक अहमद की बहन को और आलोट निवासी बद्रीलाल शर्मा अपनी बेटी को प्रसव के लिए एमसीएच लाए थे जहां दोनों महिलाएं भर्ती थी रात करीब 1 बजे दोनों ही महिलाएं दर्द से बिलख उठी और ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि सर्जरी से ही प्रसव हो सकता है।

2 बजे पहुंचे परिजन कलेक्टर सोमेश मिश्रा के बंगले पर

डॉक्टर ने यह भी बताया कि ऑपरेशन के लिए सीनियर एनेसथेटिस्ट डॉ. महेश मौर्य के बिना ऑपरेशन संभव नहीं है। परंतु डॉ. मौर्य रात 12 बजे सर्जरी के बाद घर रवाना हो गए थे करीब आधे घंटे तक डॉक्टर और परिजन डॉ. मौर्य और सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर को फोन लगाने की कोशिश करते रहे, लेकिन दोनों का ही मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलने से नहीं लगा परेशान होकर रात करीब 2 बजे दोनों परिजन प्रभारी कलेक्टर सोमेश मिश्रा के बंगले पहुंच गए।

प्रभारी कलेक्टर ने तत्काल की मदद

मरीजों के परिजनों के बंगले आने पर श्री मिश्रा ने भी उठकर उनकी समस्या सुनी और स्वयं भी फोन लगाए लेकिन तब भी फोन नहीं लगा इसके बाद उन्होंने एसडीएम शहर प्रवीण कुमार फूलपगारे को डॉक्टर के घर जाकर उन्हें लेके आने के निर्देश दिए एसडीएम भी आधी रात अपनी गाडी़ लेकर डॉ. मौर्य के घर पहुंचे और उन्हें अपनी ही गाड़ी में बैठाकर अस्पताल लाए इसके बाद दोनों महिलाओं का सुरक्षित ऑपरेशन कर प्रसव करवाया गया।

मामले की होगी जांच

रात में हमारे पास मरीजों के परिजन आए थे जिसके बाद एसडीएम के साथ डॉक्टर को अस्पताल बुलवा लिया गया था पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं जिससे स्पष्ट हो सके कि लापरवाही कहां हुई आगे ऐसी स्थिति निर्मित न हो इसके लिए भी प्रयास किए जाएंगे।