Oct 25, 2018
दशरथ सिंह कट्ठा - एक ओर निर्वाचन आयोग द्वारा प्रशासनिक अधिकारीयो के दल को गुजरात के लिए रवाना कर चुका है, जिससे पलायन पर गए मजदूरों को मतदान दिवस के दिन मतदान हेतु लाया जा सके और मतदान ज्यादा से ज्यादा करवाया जा सके। लेकिन मध्यप्रदेश से गुजरात के लिए आज भी लगातार पलायन जारी है। झाबुआ जिले के निवासी बड़ी संख्या में अपने बच्चो के साथ आज मेघनगर और थांदला रोड़ रेलवे स्टेशन से रेल के द्वारा और बस स्टेशन पर बस के द्वारा गुजरात के अलग-अलग शहरो में मजदूरी करने निकल चुके है। जो करीब 4 माह बाद पुनः जिले में लौटेंगे।
मध्यप्रदेश में रोजगार की कमी से यहां के लोग गुजरात, राजस्थान आदि प्रदेशो में पलायन करते है। ऐसे में प्रशासन के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी है कि पलायन पर गए लोगो को कैसे मतदान दिवस की दिन लाया जाए। पलायन कर रहे लोगो से हमारी टीम ने चर्चा की तो उनका कहना था कि मध्यप्रदेश में रोजगार नही है और मिलता भी है तो हमे उस रोजगार से मात्र 100 या 150, 200 रूपये मिलते है जिससे हम अपने परिवार का भरण पोषण करने में असक्षम है।
चुनाव के समय मे भी हमे जाना जरूरी है क्योंकि गुजरात मे हमे लगभग 300 से 400 रुपये प्रति दिन मिलता है जिससे हम अच्छी कमाई कर पाते है। और हम मतदान के दिन नही आ सकते है। क्योकि आने जाने में हमे काफी किराया लग जाता है। वहीं कुछ लोग मतदान के लिए आना तो चाहते है लेकिन उन्हें मतदान की तारीख के बारे में कोई जानकारी नही है।