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रतलामः अलग-अलग दो लोगों ने एक बकरी पर जताया मालिकाना हक, घंटो तक उलझी रही पुलिस

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Jul 3, 2019

अमित निगम- शहर के औद्योगिक थाना क्षेत्र पुलिस के सामने एक ऐसा मामला आया, पुलिस खुद चकरा गई कि आरोपी कौन है, यह कैसे तय किया जाए। पुरानी कहानियों की तरह दो लोग बकरी पर हक जताने के लिए थाने पहुंचे और घंटो तक बहस चलती रही। बकरी थाने में बांध दी गई, लेकिन इसके बाद खाचरौद पुलिस रतलाम आई और बकरी को दोनों दावेदारों के साथ खाचरोद थाने ले गए।

यह रोचक मामला है खाचरोद का। जहां खाचरोद के समीपस्थ गांव भुंवासा निवासी एक व्यक्ति, एक महिला और बकरी थाने पहुंचे। भुंवासा के रतनलाल उम्र 50 ने बताया कि रविवार रात को जब वह सोया तो घर में बकरी बंधी थी, लेकिन सुबह उठा तो एक काले रंग की बकरी गायब थी। उसने उठकर खोजना शुरु किया और रतलाम रोड पर लगभग शहर के समीप तक पहुंच गया। इसी दौरान उसे एक महिला अपनी बकरी ले जाते हुए दिखी जिसे उसने देखा और दोनों के बीच वहीं सड़क पर विवाद हो गया। विवाद बढने पर उसने डायल 100 पर फोन किया और डायल 100 के जवान मौके पर पंहुचे। मामला पेंचीदा होने से जवान दोनों को बकरी सहित आईए थाने लेकर आ गए। थाने में आने के बाद भी महिला और पुरुष दोनों बकरी को अपना बताते रहे। घंटो तक माथापच्ची चलती रही, लेकिन कोई निराकरण नहीं निकला।

पर्ची में निकली लाल रंग की बकरी

सुबह से दोपहर तक चली माथापच्ची के बीच महिला ने पुलिस को बताया कि वह घर से सबूत लाकर दिखाएगी। इसके बाद महिला घर गई और रसीद लेकर आई जिसमें लाल रंग की बकरी 2006 में सैलाना से खरीदने का रिकार्ड था। पुलिस ने  बताया कि रसीद लाल बकरी की है, लेकिन जिसे लेकर विवाद हुआ वह बकरी काले रंग की है। दूसरी ओर उन्होंने कहा कि 2006 में खरीदी बकरी अभी 13 साल की होती, लेकिन यह बकरी करीब 7 से 8 साल की होगी। इसके बाद महिला ने एक और रसीद होने की बात कही और वह दोबारा घर चली गई। जबकि हक जताने वाले रतनलाल ने कहा कि बकरी का जन्म उसी के घर में हुआ है इसलिए उसके पास कोई कागजी प्रमाण नहीं, लेकिन उसने कहा कि मैं बकरी की बहन और मां को ला सकता हूं जिससे पहचान हो सकती है।

थाने में पेड़ से बांधी बकरी

घंटो बाद भी मामले में कोई निराकरण नहीं होने पर पुलिस ने फिलहाल बकरी को थाना परिसर में पेड़ से बांध दिया है। बकरी के खाने के लिए घास भी लाई गई। पुलिस उसकी सुरक्षा भी करेगी। इधर रतनलाल ने कहा कि सुबह से थाने पर बैठे-बैठे रात हो गई। इसके बाद रात करीब 9 बजे खाचरोद पुलिस रतलाम पहुंची और यहां से फिर बकरी सहित दोनों को खाचरोद ले गई।