Feb 21, 2017
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र मंगलवाल से शुरू हो गया। बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली ने अपने अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियां गिनाई। एक मार्च को सरकार बजट प्रस्तुत करेगी। ये पौने दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का होगा। राज्यपाल कोहली ने सरकार की योजना गिनाते हुए बालिकाओं के स्वाथ्य के लिए लालिमा योजना, लाडो अभियान के तहत 22 हजार बाल विवाह समझाइश से रोके गए। 2015 तक सिंचाई क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य है। खेती को लाभ का धंधा बनाने में सहकारिता का योगदान है। सहकारिता के नवाचार भी शुरू हुए हैं। आवास मिशन भी चलाया जा रहा है। इस योजना से सभी को आवास मिलेगा।14 अप्रैल से ग्रामोदय अभियान चलेगा। सरकार का सड़क, बिजली, पानी और स्वास्थ्य पर विशेष जोर है। भोपाल, इंदौर, रेल परियोजना की डीपीआर भेजी जा चुकी है। दीनदयाल योजना के तहत गरीबों को 5 रुपए में थाली योजना को बताया।
सूत्रों के मुताबिक सरकार पहले 28 फरवरी को बजट प्रस्तुत करने वाली थी, लेकिन सोमवार को अचानक एक मार्च की तारीख तय की गई। विधानसभा सचिवालय को भी इसकी सूचना दे दी गई है। बताया जा रहा है कि वित्त मंत्री जयंत मलैया ने तारीख में बदलाव कराया है। सत्र के दौरान सरकार को विधायकों के 5 हजार 931 सवालों का जवाब देना होगा। 17 मामलों को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिए गए हैं। बजट और वित्त मंत्री के भाषण को सत्र के दौरान ही कैबिनेट में मंजूरी दी जाएगी। बजट पौने दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का होगा। इसे अंतिम रूप देने के लिए वित्त मंत्री ने सोमवार को विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक भी की। उधर, राज्यपाल के अभिभाषण की तैयारी हो चुकी है।
बजट सत्र में 72 विधायकों ने 2 हजार 370 प्रश्न ऑनलाइन लगाए हैं। 105 ध्यानाकर्षण लगे हैं तो 48 अशासकीय संकल्प प्रस्तुत किए गए हैं। विभिन्न मुद्दों पर 17 स्थगन, 37 शून्यकाल की सूचनाएं दी गई हैं। विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद आदिम जाति कल्याण मंत्री ज्ञान सिंह के सदन में बैठने की जगह को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। दरअसल, सरकार और भाजपा विधायक दल की ओर से विधानसभा सचिवालय को सोमवार देर शाम तक ज्ञान सिंह के बैठने की जगह को लेकर कोई बात नहीं की गई। ये भी नहीं बताया कि यदि वे सदन में नहीं आते हैं तो उनके स्थान पर विधायकों के सवाल का जवाब कौन देगा।