Loading...
अभी-अभी:

गरोठ में धड़ल्ले से चल रहें अमानक स्कूल, 70 स्कूलों पर FIR दर्ज कार्यवाही सिर्फ 1 पर

image

May 30, 2018

गरोठ में इन दिनों धड़ल्ले से शिक्षा का व्यापार फल फूल रहा है कई स्कूल तो घर के अंदर तक चल रहे हैं और कई स्कूल दो तीन कमरों में चल रहे हैं लेकिन इन स्कूलों को मान्यता देता कौन है यह आज तक समझ में नहीं आया लेकिन गौरतलब है कि गरोठ ब्लॉक में कई स्कूल ऐसे भी हैं जो मानक पूर्ण नहीं करते लेकिन वह भी धड़ल्ले से संचालित है। कई स्कूल तो दो से तीन कमरों में बने हुए हैं और कुछ के तो शौचालय तक नहीं है।
 
गरोठ में कई बड़े स्कूल भी है जिनकी स्कूल की पुस्तकें एवं स्कूल ड्रेस केवल अपनी सेटिंग की दुकानों पर ही मिलती है वह पुस्तके आपको कहीं नहीं मिल पाती जिससे की अभिभावक की जेब पर डाका डाला जा रहा है और हर साल प्रतिवर्ष फीस बढ़ाई जाती है जिससे कि आम आदमी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाना अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर करने जैसा है लेकिन जब गरोठ के दो सामाजिक कार्यकर्ता अटल गोस्वामी और निलेश पाटनिया ने इस संबंध में शिकायत की तो SDM साहब ने जांच करने के निर्देश दिए जिसमें जांच में 70 स्कूलों में अनियमितता पाई गई जिन्हें नोटिस भी जारी किया गया लेकिन उन स्कूलों पर आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया जब SDM ने 5 स्कूलों पर FIR करने के निर्देश बीईओ और बीआरसी को दिए तो बीआरसी केवल एक ही स्कूल पर ही fir दर्ज करा पाएं। 

शिकायतकर्ता धरने पर
शिकायतकर्ता अटल गोस्वामी और निलेश पाटनिया एक बार फिर स्कूल की मोनोपोली के लिए धरने पर बैठ गए उनका कहना है कि जहां तक जांच कर उचित कार्यवाही नहीं की जाएगी और स्कूलों पर FIR दर्ज नहीं की जाएगी वहां तक यह धरना जारी रहेगा लेकिन अधिकारी के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।

गली मोहल्ले में चल रहे स्कूल
गरोठ में इन दिनों कई स्कूल ऐसे हैं जो गली मोहल्ले में चल रहे हैं लेकिन ना तो उनके पास मान्यतानुसार कोई व्यवस्थाएं हैं और ना ही कोई सुविधा वहीं बीआरसी भी देखने के बाद भी अनदेखा कर रही है। 

वसूल रहे मोटी फ़ीस 
गरोठ में इन दिनों शिक्षा का व्यापार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है हर साल कई गुना फ़ीस बढ़ा कर ले रहे हैं लेकिन इसकी जानकारी शिक्षा विभाग तक को नहीं है नियम के अनुसार केवल कुछ फ़ीस बढ़ा सकते हैं और सुविधा के नाम पर केवल शून्य है। मामला संज्ञान में आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी कार्यवाही के आश्वासन दे रहे हैं बीआरसी द्वारा एक लेटर जारी किया गया जिनमें कई स्कूलों के नाम हैं जो मानक पूर्ण नहीं करते लेकिन वह स्कूल भी धड़ल्ले से संचालित है।