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जयारोग्य अस्पताल में दवाईयों का पड़ा टोटा, प्रबंधन के पास नहीं है बजट

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Jul 12, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा : ग्वालियर अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में मरीजों की दवाइयों का टोटा पड़ा हुआ है, क्योंकि दवाईयां खरीदने के लिए अस्पताल प्रबंधन के पास बजट ही नहीं है। जिसके चलते अस्पताल में मरीजों को दवाइयां मुहैया नहीं हो पा रही है। दरअसल जयारोग्य अस्पताल समूह में शासन की ओर से आए पिछले साल के बजट को समय सीमा में खर्च नही किए जाने पर उसे मार्च क्लोजिंग में लैब्स कर दिया गया था और इस साल का बजट शासन की ओर से अभीतक प्रबंधन को मिला नही है। जिसके बाद से जेएएच प्रबंधन कार्पोरेशन की ओर से मिली रकम से अपना काम चला रहा था।

मरीजों के स्वास्थ्य पर असर
जेएएच में ग्वालियर अंचल के अलावा आसपास के राज्यों से भी काफी संख्या में मरीज आते हैं ऐसे में कॉर्पोरेशन कोटे में मिली राशि इतने बड़े अस्पताल में नाकाफी है, जिसके चलते यहां इलाज कराने आने वाले मरीजों को बजट ना होने की दिशा में दवाईयों के लिए परेशान होना पड़ रहा है। अस्पताल प्रबंधन खुद इस बात को स्वीकार कर रहा है लेकिन इसका सीधा असर मरीजों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। मरीजों को यहां पर कई दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे में मरीजों को बाहर से महंगे दामों पर दवाइयां खरीदकर लानी पड रही है।

जेएएच का औचक निरिक्षण
प्रदेश में कांग्रेस की नई सरकार बनने के बाद से लगातार सरकार के मंत्री और विधायक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने को लेकर जेएएच का औचक निरीक्षण करते रहे हैं, लेकिन समय पर शासन से राशि नहीं आने पर अंचल के सबसे बडे अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा रही हैं और मरीज परेशान हो रहे हैं।