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जय किसान ऋण माफी योजना में घोटाला, जो किसान 10 वर्ष पहले मर चुके है उनके नाम भी कर्ज सूची में शामिल

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Jan 30, 2019

राजेश यादव : नई कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा संपूर्ण मध्य प्रदेश के किसानों के लिए कर्ज माफ़ी योजना चलाई गई, उस योजना को अमल करते हुए संपूर्ण मध्य प्रदेश के कर्मचारी अधिकारी उस योजना को सफल करने के लिए जी जान से लग गए। वहीं हर 1 ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत कार्यालय में ऋण धारियों की लिस्ट बना कर ग्राम पंचायत कार्यालय में चस्पा कर दी गई और जिन जिन व्यक्तियों ने ऋण लिया और ऋण धारियों को बल्देवगढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत एसडीएम कोर्ट में अपने कागज जमा करने के लिए एक दिन निर्धारित की गई है वही जब ग्रामीणों ने अपनी ग्राम पंचायत भवन में लिस्ट का मुआयना किया तो कुछ किसानों के तो कदमों के तले से जमीन खिसक गई क्योंकि जिन किसानों ने कर्ज लिया ही नहीं उनका लिस्ट में नाम आ गया।

अचंभे की बात हुई जब कुछ किसानो की मृत्यु हुए 8 से 10 वर्ष हो गए हैं फिर भी उन लोगों ने अभी 2 वर्ष पूर्व कर्ज भी ले लिया। जिला कलेक्टर द्वारा हर एक जनपद क्षेत्र में टीम गठित कर दी गई है और वह टीम जय किसान कर्ज माफी योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में जिन  किसानों का कर्ज सूची में नाम है उनके फार्म एकत्र कर उन्हें जनपद में जमा करने का कार्य दिया गया है, जिसमें बल्देवगढ़ जनपद पंचायत की भी टीम बनाई गई जो 3 सदस्य टीम है जिस टीम में अध्यक्ष एसडीएम वंदना राजपूत और सदस्य जनपद पंचायत सीईओ जितेंद्र जैन और सदस्य खरगापुर तहसीलदार सुनील वर्मा को टीम में शामिल किया गया है।

बता दें कि जब सरकनपुर सोसायटी के गांव मजगुवा, सिजोरा, पिपरा, मडोरी से लगभग 50 से अधिक किसान एसडीएम के पास गुलाबी फार्म भरकर आवेदन लेकर आये और कहा की हमने तो किसी प्रकार का कर्ज लिया ही नहीं और हमारा कर्ज सूची में नाम कैसे आ गया कुछ किसानों की तो आंखे नम होते हुए डर के कारण एसडीएम के पास दोनों हाथ जोड़कर ऐसे ही खड़े रहे जैसे कोई जुर्म किया हो और जब एसडीएम ने अपनी टीम के साथ उनके कार्यों का निरीक्षण किया तो देखा कि उन किसानों की  सोसायटी की पास बुक से कई वर्षों से कर्ज लिया ही नहीं पर सरकनपुर सोसायटी अंतर्गत प्रबंधक हरि यादव की लापरवाही साफ साफ दिख रही है। जिसमें जिन किसानों ने कर्ज लिया नहीं उनके नाम कर्ज निकाल कर उनको सरकार का कर्ज़ धारी घोषित कर दिया।

मंगल सिंह मडोरी रुपये 100800, लाखन सिंह मडोरी रुपये 37170, रमोला ढीमर पिपरा रुपये 113000, कमला अहिरवार पिपरा रुपये 253000, भगवान दास पिपरा रुपये 14441 लगभग 50 से 60 किसान ने आवेदन दिया है कि हमने कर्ज लिया ही नहीं और हमारे नाम कर्ज सूची में अंकित कर दिया गया। बही कुछ किसानों की तो मृत्यु हुए 10 से 12 वर्ष हो गए हैं और उन्हें भगवान लोक से आकर धरती पर 2 वर्ष पूर्व कर्ज भी ले लिया हम बात कर रहे हैं सिजोरा निवासी सटटी पटेरिया कि उनके पुत्र ने बताया कि मेरे पिता को मरे हुए 10 से 12 वर्ष हो गए हैं और अभी भी उनका नाम कर्ज सूची में आ गया है जिनके ऊपर 174310 रुपए कर्ज सूची में कर्ज अंकित है।