Sep 5, 2024
अगर ऐसा होता है तो माधव नेशनल पार्क को बाघ संरक्षण और निगरानी के लिए ज्यादा बजट मिलेगा.
शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिसर्व का दर्जा दिलाने के प्रस्ताव पर वन विभाग काम कर रहा है. इस संबंध में पिछले कुछ महीनों से कागजी कार्रवाई भी चल रही है. प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा और अगर वह मंजूरी दे देती है तो मध्य प्रदेश को आठ बाघ अभयारण्य मिल जाएंगे. फिलहाल राज्य में सात बाघ अभयारण्य हैं और अगर माधव राष्ट्रीय उद्यान को बाघ अभयारण्य का दर्जा मिल जाता है तो राज्य में बाघ अभयारण्यों की संख्या बढ़कर आठ हो जाएगी. मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि नए वन मंत्री राम निवास रावत भी इस संबंध में गहरी दिलचस्पी ले रहे हैं.
कुछ दिन पहले यही प्रस्ताव मंत्री के पास पहुंचा था और उन्होंने इस संबंध में कुछ निर्देश दिए हैं. जानकारी के अनुसार बाघ अभयारण्य का दर्जा मिलने से राष्ट्रीय उद्यान को बाघ संरक्षण और बाघ परियोजनाओं से जुड़ी अन्य गतिविधियों के लिए काफी पैसे मिलते है. उन्होंने कहा कि इससे बाघों की बेहतर निगरानी में मदद मिलती है. गौरतलब है कि माधव राष्ट्रीय उद्यान में कभी काफी बाघ हुआ करते थे, लेकिन कई महत्वपूर्ण कारणों से दशकों पहले वे गायब हो गए. हाल के वर्षों में बाघों को अन्य अभयारण्यों से स्थानांतरित करके उनकी आबादी को पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
माधव राष्ट्रीय उद्यान में अन्य बाघ अभयारण्यों से तीन टाइगर लाये गये हैं. वन अधिकारी ने बताया कि एक साल पहले माधव राष्ट्रीय उद्यान के क्षेत्र निदेशक ने बफर जोन विकसित करने के लिए अतिरिक्त क्षेत्र प्राप्त करने का प्रस्ताव भेजा था.