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वीडियो: 'अगर ये सच है तो...', तिरूपति प्रसाद विवाद पर बाबा बागेश्वर का बड़ा बयान

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Sep 22, 2024

Dhirendra Krishna Shastri On Tirupati Balaji Temple: तिरूपति मंदिर प्रसाद विवाद पर बागेश्वरधाम के पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने इसे सनातनियों के खिलाफ साजिश बताया और कहा कि भारत में सनातनियों के धर्म को भ्रष्ट करने की पूरी तैयारी कर ली गई है. धीरेंद्र शास्त्री ने आंध्र प्रदेश सरकार से सख्त कानून बनाकर अपराधियों को फांसी की सजा देने की मांग की.

उन्होंने कहा, 'दक्षिण भारत में तिरूपति बालाजी के प्रसाद में मोटे घी के लड्डू का प्रसाद बांटा जाता था. यदि यह जानकारी सत्य है तो यह बहुत बड़ा अपराध है, निश्चित ही भारत के सनातनियों के विरुद्ध एक सुनियोजित षड़यंत्र है। इस तरह का कृत्य करके भारत के सनातनियों का धर्म भ्रष्ट करने की तैयारी की गई है।'

'भारत में इससे बड़ा दुर्भाग्य कोई नहीं हो सकता'

उन्होंने आगे कहा, 'हम चाहते हैं कि वहां की सरकार सख्त कानून बनाए और अपराधियों को मौत की सजा दे. अगर भगवान के प्रसाद में वसा या मछली के तेल का उपयोग किया जाता है, तो वर्तमान में भारत में इससे बड़ा कोई दुर्भाग्य नहीं हो सकता है।'

'सभी सनत की गहनता से जांच करें'

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे कहा, 'इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए और मैं सरकार से कहूंगा कि जल्द से जल्द हिंदू मंदिरों को हिंदू बोर्ड के अधीन लाया जाए. ताकि सनातनियों की आस्था को कोई ठेस न पहुंचे, यह सुनकर मन बहुत दुखी हुआ। मेरी इच्छा है कि जितने तीर्थस्थल हैं, सभी सनातों की गहराई से जांच होनी चाहिए। इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसलिए सभी को एकजुट होकर तैयार रहना चाहिए और अब मंदिरों को सनातनियों के अधीन कर देना चाहिए, अन्यथा यह स्थिति बनती रहेगी।'

इसमें पशु वसा की मिलावट की पुष्टि हुई

बता दें कि आंध्र प्रदेश के तिरूपति मंदिर के लड्डू में मछली का तेल और जानवरों की चर्बी मिलाने की पुष्टि हुई थी. राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की रिपोर्ट के मुताबिक, तिरुपति मंदिर में लड्डुओं का प्रसाद तैयार किया जाता है, जिसमें जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिलाया जाता है। यह सब उस घी में पाया जाता है जिससे लड्डू तैयार किया जाता है।

Report By:
Author
ASHI SHARMA