Jun 18, 2017
लखनऊ : समाजवादी परिवार में टकरार के बाद उत्तर प्रदेश की सत्ता से बेदखल होने वाली समाजवादी पार्टी पहले की स्थिति से अच्छी नहीं है। पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अब देश के राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर एकमत नहीं दिख रहे हैं। मुलायम जहां अब खुलकर एनडीए के पक्ष में हैं, वहीं अखिलेश की सोच अलग है। मुलायम सिंह यादव तथा अखिलेश यादव एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं।
अगले राष्ट्रपति चुनने को लेकर चुनाव अगले महीने होने जा रहा है। तमाम दल अपने-अपने समीकरण बनाने में लगे हैं। अभी तक कहीं से भी किसी भी उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है। ऐसा माना जा रहा है सत्ता पर काबिज एनडीए 20 जून को राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर सकती है। यूपीए ने भी इसको लेकर काफी तेजी दिखाई है। यूपीए ने इसको लेकर अन्य विपक्षी दलों के साथ बैठक की है लेकिन किसी नाम पर सहमति नहीं बन पायी है। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में भी काफी गर्मागर्मी है। उत्तर प्रदेश में सत्ता पर काबिज रही समाजवादी पार्टी भी इस चुनाव से अछूती नहीं रही है। पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को नजरअंदाज करते हुये कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में समाजवादी पार्टी एनडीए को समर्थन देगी। इसके बाद मुलायम-अखिलेश आमने सामने आते दिखाई दे रहे हैं।