Dec 28, 2017
शरद यादव ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस्लामी विद्वानों से विचार-विमर्श किए बगैर तीन तलाक पर विधेयक लाकर अपनी मर्जी थोपना चाह रही है। जदयू के एक अन्य बागी नेता अली अनवर के साथ यहां आए शरद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि तीन तलाक पर कोई भी कानून इस्लामी विद्वानों से विचार-विमर्श पर आधारित होना चाहिए।
शरद ने यहां पत्रकारों से कहा, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि तीन तलाक पर कोई भी कानून इस्लामी विद्वानों के साथ विचार-विमर्श पर आधारित होना चाहिए। लेकिन लोकसभा में विधेयक पेश करने से पहले ऐसा कुछ नहीं किया गया। शरद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सरकार सदन में विधेयक पेश कर अपनी मर्जी थोपना चाह रही है और अपने बचाव में इधर-उधर की बातें कर रही है।