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'मैं प्रधानमंत्री मोदी से कहीं भी आमने-सामने बहस करने को तैयार हूं...' राहुल गांधी ने चुनौती की स्वीकार

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May 11, 2024

लोकसभा चुनाव 2024 | लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल गर्म है, दो पूर्व जजों और एक वरिष्ठ पत्रकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को आमने-सामने बहस के लिए आमंत्रित किया है, राहुल गांधी ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. साथ ही उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसी भी मंच पर बहस (चर्चा) करने को तैयार हूं. नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी पर आमने-सामने चर्चा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मदन भीमराव लोकुर, दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश अजीत पी. शाह और वरिष्ठ पत्रकार एन. राम ने निमंत्रण लिखा है. जिसे अब राहुल द्वारा स्वीकार कर लिया गया है.

इस निमंत्रण को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी से बहस करने के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझे यकीन है कि नरेंद्र मोदी मुझसे बहस करने के लिए तैयार नहीं होंगे. लखनऊ में एक कार्यक्रम में राहुल ने आगे कहा कि मैं नरेंद्र मोदी के साथ किसी भी मंच पर जनता के मुद्दों पर चर्चा के लिए 100 फीसदी तैयार हूं. लेकिन मैं जानता हूं कि मोदी 100 फीसदी मुझसे बहस करने को तैयार नहीं होंगे. अगर मोदी मुझसे बहस करने को तैयार नहीं हैं तो वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बहस कर सकते हैं.

नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी दोनों एक-दूसरे पर कारोबारी अडानी-अंबानी से करोड़ों रुपये लेने का आरोप लगा रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि अगर केंद्र में गठबंधन की सरकार बनी तो सरकार गरीबों, मजदूरों, बेरोजगार युवाओं को उतना ही पैसा देगी जितना मोदी ने अडानी और अंबानी को दिया है. मोदी ने पहले दावा किया था कि कांग्रेस ने अडानी-अंबानी के साथ डील की है, इसलिए अब वह दोनों के बारे में बात नहीं कर रही है.

जिसका जवाब देते हुए राहुल ने कहा कि पिछले 10 साल में मोदी ने अडानी और अंबानी का नाम नहीं लिया. हालांकि, अब मोदी ने दोनों का नाम लेना शुरू कर दिया है. मोदी जी कह रहे हैं कि भारत गठबंधन ने मुझे घेर लिया है, मैं हार रहा हूं, अडानी-अंबानी जी मुझे बचा लो। उन्होंने यह भी दावा किया कि उत्तर प्रदेश में भारत गठबंधन की आंधी आने वाली है, नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि तीसरे चरण के बाद अमित शाह और नरेंद्र मोदी की चिंता बढ़ गई है. जिसके चलते वे विकास के नाम पर वोट मांगने की बजाय राहुल गांधी को शहजादा कहकर अपमानित करने की कोशिश कर रहे हैं. तीन चरण पूरे होने के बाद उनकी बेचैनी बढ़ गई है और अब मोदी-शाह बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र पर बात नहीं कर रहे हैं. साथ ही खड़गे ने मोदी को नकली सरदार बताया था.

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Author
ASHI SHARMA