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मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ लड़ाई में भारत की बड़ी कामयाबी, FATF ने दी ये खास उपाधि

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Jun 29, 2024

India Achieved Success In Fight Against Money Laundering: फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ भारत के प्रयासों की सराहना की है। एफएटीएफ ने 2023-24 के दौरान भारत का आकलन किया, जिसकी रिपोर्ट 26-28 जून को सिंगापुर में हुई बैठक में अपनाई गई है। रिपोर्ट भारत को नियमित अनुवर्ती श्रेणी में रखती है, जिसे G20 देशों में केवल चार अन्य देश हासिल कर पाए हैं। मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग के खिलाफ लड़ाई में यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

FATF ने भारत के इन प्रयासों की सराहना की

- भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और संगठित अपराध से प्राप्त धन के मनी लॉन्ड्रिंग में बदलने के जोखिम को कम करना।

- कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने के लिए कदम उठाए गए, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग का खतरा कम होगा।

भारत पर FATF की अच्छी रेटिंग का क्या होगा असर?

FATF रिपोर्ट में भारत के अच्छे प्रदर्शन से देश की बढ़ती इकोनॉमी को फायदा होगा। FATF रिपोर्ट से भारत की फाइनेंशियल सिस्टम की मजबूती और ट्रांसपेरेंसी को दर्शाता है। अच्छी रेटिंग से भारत को ग्लोबल फाइनेंशियल मार्केट और संस्थानों तक आसान पहुंच मिलेगी, जिससे विदेशी इन्वेस्टर का विश्वास भी बढ़ेगा। इससे भारत की सबसे तेजी से बढ़ती पेमेंट सिस्टम UPI के वैश्विक विस्तार में भी मदद मिलेगी। भारत पहले से ही FATF की संचालन समिति का सदस्य है। यह अच्छी रेटिंग भारत को समूह के संचालन में अधिक महत्वपूर्ण योगदान देने का अवसर देगी।

वित्त मंत्रालय ने क्या कहा?

वित्त मंत्रालय ने कहा कि एफएटीएफ मान्यता पिछले 10 वर्षों में भारत द्वारा उठाए गए कड़े और प्रभावी उपायों का सम्मान करती है, जिसने देश की वित्तीय प्रणाली को मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग के खतरे से बचाया है। यह रेटिंग दर्शाती है कि भारत अंतरराष्ट्रीय मानकों के प्रति प्रतिबद्ध है और वित्तीय अपराधों के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। यह हमारे क्षेत्र के देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को लागू करने के लिए एक उदाहरण स्थापित करता है। भारत की उत्कृष्ट रेटिंग से सीमा पार मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण पर अंकुश लगाने के वैश्विक प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभाने की देश की क्षमता में वृद्धि होगी। वित्त मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत अपने एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग (एएमएल) और काउंटर-फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म (सीएफटी) ढांचे को मजबूत करने और भविष्य में वित्तीय अपराधों से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है। इस सफलता को आगे बढ़ाते हुए भारत सभी के लिए एक सुरक्षित और पारदर्शी वित्तीय माहौल सुनिश्चित करेगा।

क्या है FATF?

फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) एक अंतरसरकारी संगठन है जो मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी वित्तपोषण और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली की स्थिरता को खतरे में डालने वाले अन्य अपराधों से निपटने के लिए बनाया गया है। इसकी स्थापना 1989 में हुई थी. भारत 2010 में FATF का सदस्य बना।

Report By:
Author
ASHI SHARMA