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कासगंज हिंसा को भड़काने वाला ग्रुप एडमिन गिरफ्तार

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Feb 6, 2018

आपको बता दें कि हाल ही में जो कासगंज हिंसा की घटना हुई है उसकी तफतीश के चलते यूपी पुलिस ने कड़ा रुख इख्तियार किया है और अब यूपी पुलिस अपने वास्तविक रोल में आ गई है। यूपी पुलिस ने उन लोगों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है जो सोशल मीडिया पर ग्रुप को बना कर इस आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस पर विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल तथा कुछ अन्य संगठनों के कार्यकर्ता एक अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र से तिरंगा यात्रा निकालने की कोशिश कर रहे थे। इसी बात को लेकर दो समुदायों में शुरू हुई बहस हिंसक झड़प में तब्दील हो गई थी। इस दौरान हुई गोलीबारी में चंदन नामक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी, जबकि नौशाद गम्भीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस ने इस मामले में सलीम नाम के व्यक्ति को गिरफतार किया है। पुलिस ने इस मामले की गहराई से छानबीन की और इसके चलते यूपी पुलिस ने राम सिंह नाम के एक शख्स को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है की यह शख्स कासगंज हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट कर रहा था। युवक के बारे में जानकारी देते हुए यूपी पुलिस ने बताया कि राम सिंह उत्तर प्रदेश के गुजगुंडवारा का निवासी है। और कासगंज हिंसा के बाद वह सोशल मीडिया पर एक ग्रुप बना कर इस आग में घी डालने का कार्य कर रहा था और हिंसा को लेकर भड़काऊ पोस्ट करता था। राम सिंह इस ग्रुप का एडमिन था इसके अलावा ग्रुप मेम्बर अजय गुप्ता के खिलाफ दो गुटों में आपसी नफरत फैलाने का केस दर्ज किया गया है। इसीलिए उसे पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। साथ ही ग्रुप के मेंबर अजय गुप्ता की तलाश जारी है और वह अभी फरार बताया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि, फेसबुक, व्हाट्यएप ग्रुप, ट्विटर, इंस्टाग्राम, मैसेज सर्विसेज और सभी सोशल साइट्स पर यूपी पुलिस अपनी नज़रें जमाये हुए हैं। इसके पहले कासगंज हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर चन्दन गुप्ता की मौत के बाद एक शख्स की मौत की अफवाह फैलाने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और इसके बाद कासगंज में कई दिनों के लिए इंटरनेट सेवा को भी बंद किया गया था।