Apr 23, 2025
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने हमला कर दिया। इस नरसंहार में 26 पर्यटकों की मौत हो गई। और 16 लोग घायल हो गए। इस नरसंहार में आतंकियों ने हिंदुओं पर चून-चून कर हमला किया। जिससे पूरे देश में आक्रोश और दुख का माहौल है। हमले के बाद गृहमंत्री ने प्रभावित इलाके का दौरा किया और मृतकों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब का दौरा छोड़कर भारत लौट आए।

हमले के बाद बदला घाटी का माहौल
भारत का स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले पहलगाम में आंतकियों ने हमला करके ना सिर्फ हिंदु धर्म को निशाना बनाया है। बल्कि जम्मू-कश्मीर की प्रगति पर भी आघात किया है। इस हमले के बाद से ही घाटी की सड़कों पर सन्नाटा परसा हुआ है। लोग अपने घरों में बंद है। स्कूल कॉलेज और प्रतिष्ठानों पर ताला लटका दिखाई दे रहा है। सड़कों पर भारतीय सेना गस्त कर रही है। यह जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला है। जो फिर से घाटी की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है।

पर्यटक कर रहे रिजर्वेशन कैंसिल, जम्मु – कश्मीर की पर्यटन पर पड़ेगा प्रभाव
इस नरसंहार के बाद घाटी में पर्यटन उद्योग की हवा बदलने की संभानवा है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार पर्यटक तेजी से अपने फ्लाइट टिकट कैंसिल करा रहे है और होटलों की बुकिंग का भी यही हाल है। लोग फिर से कश्मीर घाटी की सुरक्षा को लेकर आशंकित है। पिछले कुछ सालों से घाटी में पर्यकटों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा था । उसके नीचे जाने की संभावना है। क्योंकि पर्यटक अपनी 4-5 महीने तक की बूकिंग कैंसिल करा रहे है। जिससे घाटी के पर्यटन उद्योग को काफी नुकसान होगा।
पिछले 5 सालों में जम्मू – कश्मीर घूमने आए पर्यटकों का ग्राफ
2024 - 2.35 करोड़
2023 - 2.11 करोड़
2022 - 1.89 करोड़
2021 - 1.13 करोड़
2020 - 34 लाख
घाटी की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने की साजिश
पर्यटन के नुकसान का सीधा असर जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। क्योंकि घाटी के जीडीपी में 8 फीसदी हिस्सेदारी पर्यटन की है। कश्मीर का पर्यटन उद्योग 2024 में 12 हजार करोड़ का रहा है। ऐसे में यह हमला पर्यटन को ध्वस्त करने और घाटी के लोगों से रोजगार छिनने की बड़ी साजिश के तौर पर भी देखा जा रहा है।