Aug 17, 2025
‘वोट चोरी के झूठे आरोपों को खारिज करता है चुनाव आयोग, निष्पक्षता पर जोर’
भारतीय चुनाव आयोग ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘वोट चोरी’ के आरोपों को सिरे से खारिज किया। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि आयोग निष्पक्ष और निडर होकर काम करता है। मतदाता सूची में गड़बड़ी के दावों को खारिज करते हुए उन्होंने सभी नागरिकों से मतदान की अपील की। आयोग ने कहा कि सभी राजनीतिक दल समकक्ष हैं और उनकी नजर में कोई पक्ष-विपक्ष नहीं है।
आरोपों का खंडन, निष्पक्षता पर बल
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि ‘वोट चोरी’ जैसे आरोप निराधार हैं और मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश है। आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाना संविधान का उल्लंघन है। बिहार के 7.5 करोड़ मतदाता आयोग के साथ हैं। उन्होंने कहा कि एक करोड़ से अधिक कर्मचारी और लाखों बूथ लेवल एजेंट पारदर्शी प्रक्रिया में शामिल हैं, जिससे वोट चोरी असंभव है।
मतदाता सूची सुधार की प्रक्रिया
चुनाव आयोग ने मतदाता सूची में त्रुटियों को दूर करने के लिए 1 अगस्त से 1 सितंबर तक का समय निर्धारित किया है। अब तक 28,370 मतदाताओं ने दावे और आपत्तियां दर्ज की हैं। बीएलओ और राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट मिलकर फॉर्म भरकर प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं। आयोग की टीमें दिन-रात इस कार्य में जुटी हैं।
वोटरों की निजता का सम्मान
आयोग ने बिना अनुमति मतदाताओं की तस्वीरें सार्वजनिक करने को अनुचित बताया। ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाता सूची को मशीन रीडेबल रूप में सार्वजनिक करना निजता का हनन है। कुछ नेताओं द्वारा डबल वोटिंग के आरोप लगाए गए, लेकिन सबूत मांगने पर जवाब नहीं मिला। आयोग सभी मतदाताओं के साथ बिना भेदभाव खड़ा है।