Aug 18, 2025
78 साल बाद नया पता पाएगा PMO, सेंट्रल विस्टा में बनेगा आधुनिक दफ्तर
78 साल बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) साउथ ब्लॉक से हटकर सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बने ‘एग्जिक्यूटिव एन्क्लेव’ में शिफ्ट होगा। अगले महीने शुरू होने वाले इस नए दफ्तर में कैबिनेट सचिवालय, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और हाई-टेक कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाएं होंगी। यह कदम प्रशासनिक दक्षता बढ़ाएगा और PMO को पीएम आवास के और करीब लाएगा। नॉर्थ-साउथ ब्लॉक अब संग्रहालय में तब्दील होंगे।
नए PMO की जरूरत
पुराना PMO ब्रिटिश काल की इमारत में था, जहां जगह, रोशनी और वेंटिलेशन की कमी थी। आधुनिक प्रशासनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए ‘एग्जिक्यूटिव एन्क्लेव’ बनाया गया है। यह नया परिसर तकनीकी और कार्यक्षमता के लिहाज से उन्नत होगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैस
नया PMO हाई-टेक कॉन्फ्रेंसिंग, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और कैबिनेट सचिवालय के साथ एकीकृत होगा। इसे ‘सेवा’ की भावना को दर्शाने वाला नाम भी मिल सकता है, जो जन-केंद्रित प्रशासन का प्रतीक होगा।
नॉर्थ-साउथ ब्लॉक का नया रूप
नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को ‘युगे युगीन भारत संग्रहालय’ में बदला जाएगा। यह भारत की सांस्कृतिक धरोहर और इतिहास को प्रदर्शित करेगा। इसके लिए राष्ट्रीय संग्रहालय और फ्रांस म्यूजियम्स डेवलपमेंट के बीच समझौता हुआ है।
‘जनता का पीएमओ’ की भावना
प्रधानमंत्री के अनुसार, PMO जनता का होना चाहिए। नया परिसर इस भावना को साकार करने के लिए बनाया गया है, जो सेवा, पारदर्शिता और दक्षता का प्रतीक होगा।