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RSS भी जाति आधारित जनगणना के लिए तैयार, लेकिन राजनीतिक दलों को दी अहम सलाह

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Sep 2, 2024

भारत में जाति आधारित जनगणना के मुद्दे पर पिछले कुछ समय से राजनीतिक हंगामा मचा हुआ है. जाति जनगणना को जहां कांग्रेस समेत भारत गठबंधन बड़ा मुद्दा बना रहा है, वहीं बीजेपी के सहयोगी दल सरकार से इस जनगणना पर विचार करने का अनुरोध कर रहे हैं. हालांकि, सबसे बड़ी बात यह है कि बीजेपी का कट्टर समर्थक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी अब जाति आधारित जनगणना पर सहमत हो गया है, जिससे मोदी सरकार पर दबाव बढ़ेगा.

केरल में हुई आरएसएस की तीन दिवसीय बैठक में आरएसएस ने जाति जनगणना और महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अहम बयान दिया. संगठन ने समाज की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए जाति गणना पर चिंता व्यक्त की है, साथ ही महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त नए उपायों की मांग की है.

RSS ने क्या कहा?

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जाति गणना को संवेदनशील मुद्दा बताते हुए कहा कि जाति आधारित जनगणना से समाज की एकता और अखंडता को खतरा हो सकता है. सभी राजनीतिक दलों को सलाह दी कि जाति जनगणना का उपयोग राजनीतिक सत्ता प्रचार और चुनावी उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि कल्याण उद्देश्यों और विशेष रूप से दलित समुदाय की संख्या जानने के लिए किया जाना चाहिए.

आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने कहा कि जाति संबंधी प्रतिक्रियाएं हमारे समाज में एक संवेदनशील मुद्दा हैं और राष्ट्रीय एकता के लिए महत्वपूर्ण हैं. सरकार को जनहित, जनकल्याणकारी योजनाओं के निर्माण के लिए जातिवार संख्या जानने के लिए उनकी संख्या गिनने का अधिकार है.

कोलकाता घटना की निंदा की

बैठक में पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर भी विस्तार से चर्चा हुई. आरएसएस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला कानूनों में संशोधन और उन्हें सख्त करने की समाज की मानसिकता समेत कई मुद्दे उठाए हैं. कानूनी, जागरूकता, मूल्य, शिक्षा और आत्मरक्षा सहित पांच मोर्चों पर महिला सुरक्षा पर चर्चा की गई. इसी मोर्चे पर आरएसएस ने महिला सुरक्षा अभियान चलाने का फैसला किया है. इसके अलावा बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के मुद्दे को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई और सरकार से इस संबंध में कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है.

अंततः, आरएसएस ने अहल्याबाई की 300वीं जयंती मनाने का फैसला किया और संगठन के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पंच पर्यावरण के तहत सामाजिक परिवर्तन के लिए काम करने की योजना बनाई है. 

Report By:
Devashish Upadhyay.