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जम्मू में भारी बारिश, माता वैष्णोदेवी के मूल में दो जगह भूस्खलन, श्रद्धालुओं की आवाजाही रुकी

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Aug 17, 2024

Landslides at Two Places on Maa Vaishno Devi Marg Yatra: माँ वैष्णो देवी भवन पर गुरुवार को दो स्थानों पर भूस्खलन हुआ, लेकिन यात्रा सुचारू रूप से जारी है। बुधवार रात से शुरू हुई तेज बारिश गुरुवार सुबह तक जारी रही। गुरुवार सुबह करीब 11:00 बजे मां वैष्णो देवी मार्ग पर बाणगंगा क्षेत्र में गुलशन नगर के पास भूस्खलन हो गया. घटना के वक्त यात्रा चल रही थी लेकिन सौभाग्य से कोई तीर्थयात्री घायल नहीं हुआ.

शाम को फिर से शुरू हो गया यातायात

घटना के बाद इलाके में श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी गई और पत्थर हटाने का काम शुरू हो गया, जो शाम तक जारी रहा. शाम सात बजे सड़क साफ होने के बाद यातायात बहाल हो सका।

चेतक भवन से मुड़ी यात्रा

चूंकि यह मार्ग बंद था, इसलिए भक्तों को मां वैष्णो देवी के प्रवेश द्वार दर्शनी देवधि से चेतक भवन होते हुए नए ताराकोट मार्ग से यात्रा जारी रखने के लिए कहा गया। इसके अलावा गुरुवार रात जब मां वैष्णो देवी की यात्रा चल रही थी तो पारंपरिक मार्ग पर दुधबार इलाके में भूस्खलन भी हुआ.

जिससे 30 से 40 फीट सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी. टीन शेड के खंभे हवा में लटक गए। घटना के बाद श्राइन बोर्ड प्रशासन ने क्षतिग्रस्त क्षेत्र की बैरिकेडिंग कर दी है.

मरम्मत का काम हुआ शुरू 

भूस्खलन के बावजूद पारंपरिक मार्ग से श्रद्धालुओं की आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ा और श्रद्धालु घोड़े, पिटू, पालकी आदि के सहारे और पैदल ही मंदिर की ओर बढ़े। इस क्षतिग्रस्त सड़क को पूरी तरह से दुरुस्त करने में श्राइन बोर्ड प्रशासन को 10 से 15 दिन का समय लग सकता है. हालांकि, श्राइन बोर्ड की ओर से इसकी मरम्मत शुरू कर दी गई है।

हेलीकाप्टर सेवा निलंबित

हालांकि शुक्रवार को बारिश नहीं हुई, लेकिन त्रिकुटा पर्वत पर बादल छाए रहने के बावजूद श्रद्धालुओं के लिए सुबह करीब तीन से चार घंटे के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की गई, जिसका श्रद्धालुओं ने लाभ उठाया। उसके बाद फिर से त्रिकुटा पर्वत पर बादल उमड़ने के कारण हेलीकॉप्टर सेवा रोकनी पड़ी। गुरुवार को 28,100 श्रद्धालुओं ने माताजी के दर्शन किये. शुक्रवार शाम पांच बजे तक करीब 20500 श्रद्धालु दर्शन लाभ ले चुके थे।

Report By:
Author
ASHI SHARMA