Apr 9, 2020
कहते हैं जब राजा नेक हो तो उसकी प्रजा हमेशा खुशहाल रहती है राजा सेवक रहे तो भारी से भारी आपदा भी प्रजा के हौसले को कमजोर नहीं पड़ने पड़ने देती 22 लाख की आबादी वाले अमेठी को ऐसी ही सांसद मिली है लाकडाउन के दौरान जहां पूरे देश में लोग बेहद परेशान हैं वहीं अमेठी सांसद स्मृति ईरानी 22 लाख की आबादी वाले अमेठी का ख्याल रखने के साथ अमेठी से सैकड़ों किलोमीटर दूर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड में भी अमेठी संसदीय के फंसे लोगों के लिए ना सिर्फ फूड पैकेट भेजे हैं बल्कि लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए जरूरी वस्तुएं और अन्य राहत सामग्री भी भेजकर हर परिस्थिति में साथ खड़े रहने के लिए आश्वस्त भी किया है.
बताते चलें कि अमेठी के अलग-अलग गांव के लोग राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड के मल्लपुरम करूवाराकुंडम में मजदूरी करने गए थे इसी बीच कोरोना महामारी का प्रकोप शुरू हो गया और इससे बचने के लिए पूरे देश को बंद कर दिया गया और इसी लाक डाउन में फसने के बाद मजदूरों ने अमेठी में अपने सहयोगियों और दोस्तों से संपर्क कर अपनी व्यथा बताई जिसके बाद मजदूरों के सहयोगी और दोस्तों ने अमेठी में सांसद स्मृति ईरानी के दफ्तर में संपर्क कर मदद की अपील की जिसके बाद अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने केंद्रीय राज्य मंत्री बी मुरलीधरन के साथ वहां की लोकल सेवा भारती यूनिट से संपर्क कर वहां अमेठी के फंसे मजदूरों और जरूरतमंदों के लिए ना सिर्फ मदद पहुंचाई बल्कि हर परिस्थिति में उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन भी दिया.
वहीं बीजेपी के जिला महामंत्री सुधांशु शुक्ला ने बताया कि कोरोना महामारी से पूरा देश संकट के दौर में गुजर रहा है इस संकट की घड़ी में अमेठी सांसद ना सिर्फ पूरी अमेठी के लिए चिन्तित है बल्कि अमेठी के साथ साथ पूरे देश के कोने-कोने में अमेठी के फंसे परिवारो के लिए चिन्तित हैं इसके साथ ही उन्होंने कहा की अमेठी के 5 परिवारों के 35 लोग जो वायनाड में फंसे थे उनके लिए अमेठी सांसद ने ना सिर्फ भोजन पहुंचाने का काम किया बल्कि उनकी हर प्रकार की समस्या के समाधान भी किए वह अमेठी के साथ साथ ही पूरे देश के कोने कोने में फंसे अमेठी के लोगों के लिए चिन्तित हैं और उनकी मदत के लिए प्रयासरत भी है.