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यह 1957 था, जब बिहार में नेहरू चांदी की कुर्सी पर लड़खड़ा गये थे...

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Mar 26, 2024

Lok Sabha Election 2024 : दूरदर्शी नेता कभी-कभी अपने हाव-भाव या इशारों से जनता तक कोई संदेश पहुंचा देते हैं। कुछ ऐसा ही आजादी के बाद दूसरे लोकसभा चुनाव में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया था. साल 1957 की बात है, जब वह बिहार की भागलपुर लोकसभा सीट से बनारसी प्रसाद झुनझुनवाला के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करने आये थे. तब नेहरू के लिए कुरसेला महाराज के राज्य से चांदी की कुर्सी मंच पर लायी गयी. लेकिन जब नेहरू मंच पर पहुंचे तो उन्होंने गुस्से में आकर कुर्सी को लात मारकर गिरा दिया...

लोगों के बैठने के लिए कालीन नहीं है, मैं चांदी की कुर्सी पर कैसे बैठ सकता हूं: नेहरू

वयोवृद्ध कांग्रेस नेता तालिब अंसारी ने कहा कि नेहरू विमान से भागलपुर की उसी धरती पर उतरे थे, जहां अब हवाई अड्डा है. वह सैंडिस कंपाउंड में सभा को संबोधित करने के लिए एक जीप से पहुंचे। इसी मैदान में एक मिट्टी के टीले पर नेहरू के लिए मंच बनाया गया था. अंसारी आगे कहते हैं कि चांदी की कुर्सी देखकर नेहरू इतने आहत हुए कि उन्होंने गुस्से में उसे लात मारकर फेंक दिया। उन्होंने कहा कि अब देश आजाद हो गया है, अब जनता का शासन है. जनता के बैठने के लिए कालीन नहीं है तो मैं चांदी की कुर्सी पर कैसे बैठ सकता हूं?

Report By:
Author
Ankit tiwari