Mar 29, 2024
Swaraj news - संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में दुनिया में उत्पादित भोजन का लगभग 19 प्रतिशत, यानी 1.05 बिलियन मीट्रिक टन बर्बाद हो गया। सबसे अधिक 60% बर्बादी घरों में देखी गई जबकि लगभग 28% खाना रेस्तरां और खाद्य सेवाओं में बर्बाद हुआ। वहीं, दुनिया में इस वक्त 78.3 करोड़ लोग भूखमरी का सामना कर रहे हैं। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की खाद्य बर्बादी सूचकांक रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई। जिसमें 2030 तक भोजन की बर्बादी को आधा करने के लिए विभिन्न देशों के प्रयासों की निगरानी की जाती है। 2021 में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया था कि 2019 में दुनिया में उत्पादित भोजन का 17 प्रतिशत या 93.1 मिलियन मीट्रिक टन खाना बर्बाद हो गया। हालाँकि, दोनों रिपोर्टों के आंकड़ों की सीधे तुलना करना उचित नहीं है क्योंकि कई देशों से अपर्याप्त डेटा है। यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम-यूएनईपी और अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी वेस्ट एंड रिसोर्स एक्शन प्रोग्राम-डब्ल्यूआरएपी- द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई थी। शोधकर्ताओं ने प्रत्येक देश के डेटा को तीन श्रेणियों में विभाजित किया है, जिसमें घरों, खाद्य सेवाओं और खुदरा विक्रेताओं द्वारा बर्बादी शामिल है। शोधकर्ताओं के विश्लेषण के अनुसार, परिवारों ने प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष सबसे अधिक 79 किलोग्राम भोजन बर्बाद किया। जो दुनिया में प्रतिदिन एक अरब भोजन के बराबर है। लगभग 60 प्रतिशत भोजन घरों में, लगभग 28 प्रतिशत भोजन सेवा या रेस्तरां में, और लगभग बारह प्रतिशत खुदरा विक्रेताओं द्वारा बर्बाद किया गया। जबकि दुनिया में 78.3 करोड़ लोग भूखमरी का सामना कर रहे हैं.