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कानपुर में 7 मंज़िला इमारत गिरने से सात मजदूरों की मौत

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Feb 1, 2017

कानपुर। शहर के जाजमऊ के केडीए कॉलोनी में बुधवार दोपहर बाद एक निर्माणाधीन सात मंजिला इमारत गिरने से सात मजदूरों की मौत हुई थी। इस हादसे में 17 मजदूरों के घायल होने की खबर है।  जिन्हे मलबे से निकाल लिया गया हैें। घायल मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ने की भी आशंका जतायी जा रही हैं। कानपुर के जिलाधिकारी (डीएम) कौशल राज शर्मा का कहना है कि उनके पास चार मजदूरों की मौत की खबर है। घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जायेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

कानपुर पुलिस के डीआईजी राजेश मोदक ने बताया कि केडीए कालोनी में एक सात मंजिला भवन का निर्माण हो रहा था कि बुधवार दोपहर बाद इस निर्माणाधीन भवन के ढहकर गिरने लगे। उसमें काम कर रहे मजदूर इमारत के मलबे में दब गये। उन्होंने बताया कि अभी तक सात मजदूरों के शव बाहर निकाले गये है तथा करीब 17 घायल मजदूरों को मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल और काशीराम ट्रामा सेंटर भेजा जा चुका है। मृतक और घायल मजदूरों में कुछ महिलायें भी शामिल है। इनमें से करीब आधा दर्जन घायल मजदूरों की हालत चिंताजनक है।

राहत और बचाव कार्य जारी है और सेना को भी बुला लिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही वहां पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गये। सेना और पुलिस द्वारा मलबे को हटाने का काम जारी है। डीआईजी के मुताबिक पूरी तरह से मलबा हटाने के बाद ही सही मृतकों और घायलों की संख्या पता चल सकती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह निर्माणाधीन इमारत समाजवादी पार्टी के नेता महताब आलम की है लेकिन इसकी किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि इस इमारत के मलबे में अभी कम से कम तीस मजदूर फंसे हो सकते है। राहत और बचाव के लिये एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया जा रहा है। इस घटना में मरने वालों की संख्या भी बढ़ सकती है।

घटनास्थल के आसपास डॉक्टरों की टीम तथा एंबुलेंस लगी हुई है जो मलबे से निकलने वाले मजदूरों को तुरंत अस्पताल पहुंचा रही है। अस्पताल में डॉक्टरों को एलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। डीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराने की बात भी कही है। उन्होंने माना कि इमारत का मलबा साफ करने में अभी काफी समय लग सकता है। सेना और पुलिस के जवान मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने में लगे है। मलबा हटाने के लिये जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है इस इमारत के निर्माण के लिये केडीए (कानपुर विकास प्राधिकरण) से नक्शा पास कराया गया था या नहीं।