Apr 27, 2018
महिलाओं और पुरुषों में पर्स रखने का अलग-अलग स्टाइल होता है। महिलाएं अधिकतर हाथ में पर्स रखती है तो पुरुष पॉकेट में रखते है लेकिन अगक आप भी पीछे वाली पॉकेट में पर्स रखते है तो सावधान हो जाए क्योंकि इससे कई बीमारियां होती है।
पीछे की पॉकेट में पर्स रखकर लंबे समय तक बैठने से नसों पर प्रेशर पड़ता है। इससे हिप्स और कमर में दर्द होता ह साइटिका नस पर जोर पड़ने से दर्द होने लगता है।
इसके अलावा नसें दबने से ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक तरह से नहीं हो पाता। शरीर में कई नसें एक-दूसरे से जुड़ी होती है। इसलिए अगर पर्स को पॉकेट में रखकर अधिक समय तक बैठते है तो ब्लड सर्कुलेशन रूकने से नसों में सूजन भी आ सकती है।
साथ ही पीछे की पॉकेट में वॉलेट रखने से बैठने की स्थिति भी बैलेंस में नहीं रहती इस वजह से रीढ़ की हड्डी भी सीधी नहीं रहती। इससे स्पाइनल जॉइंट्स, मसल्स और डिस्क आदि में दर्द होता है।
बैक पॉकेट में पर्स रखने युवाओं में पायरी फोर्मिस सिंड्रोम नाम की बीमारी भी हो सकती है। अधिक देर तक बैठने से पायरी फोर्मिस मसल्स दब जाती और पैरों में तेज दर्द होने लगता है।