Jan 15, 2024
मकर संक्रांति 2024: इस बार मकर संक्रांति कुछ अलग होगा, 2024 में मकर संक्रांति में 77 साल बाद वरियान योग बनेगा। ज्योतिष की दृष्टि से भी मकर संक्रांति का बहुत महत्व है। इस दिन भगवान सूर्य के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने की परंपरा है। इस बार 2024 का मकर संक्रांति पर्व दो विशेष समय में मनाया जाएगा। 15 जनवरी को रवि और वरियान योग बन रहा है। रवि और वरियान योग न केवल समृद्धि बल्कि प्रसिद्धि भी देता है। इसके अलावा बव और बालव करण भी बन रहे हैं। इस दुर्लभ योग से मकर संक्रांति का महत्व बढ़ने वाला है। इसके अलावा एक और बात यह है कि मकर संक्रांति का त्योहार पांच साल के अंतराल के बाद सोमवार को पड़ेगा। 14 जनवरी को सूर्य रात्रि 2.44 बजे धनु से मकर राशि में गोचर करेगा।
15 जनवरी को सूर्योदय से रात्रि 11.11 बजे तक रहेगा वारियान योग
रवि योग सुबह 07 बजकर 15 मिनट से 08 बजकर 07 मिनट तक रहेगा. इस योग में पूजा की जाएगी, दान किया जा सकता है और स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है.
बव करण दोपहर 03 बजकर 35 मिनट तक
मकर संक्रांति के दिन करें ये काम
- काले तिल और गुड़ से बनी वस्तुएं, ऊनी वस्त्र, खिचड़ी और कंबल का दान करें। इससे सूर्य और शनि दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
- तांबे के लोटे में गंगाजल में लाल फूल, लाल चंदन और तिल डालकर 'ॐ घृणि सूर्याय नम' का जाप करते हुए सूर्य को अर्घ्य दें।
- तिल और गुड़ का सेवन करें. जिससे व्यक्ति को अपने जीवन में भगवान सूर्य और शनि दोनों की कृपा प्राप्त होगी।
- अगर आप गंगा स्नान करने में असमर्थ हैं तो घर पर ही नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें।
Written By: ASHI SHARMA