Jan 21, 2017
रतलाम/मंदसौर। मध्यप्रदेश के दूधाखेडी गाँव में लोगों ने एक मंदिर के निर्माणाधीन चबूतरे के टूटने पर बवाल मचा दिया। शुक्रवार शाम से मचा ये बवाल शनिवार को भी थमता नहीं दिख रहा है। आक्रोशित भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। घटना से आक्रोशित भीड़ ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का पुतला भी दहन किया। घटना के विरोध में तकरीबन 100 गाँवों में बाज़ार बंद हैं। गरोठ में धारा 144 लागू कर दी गई है। आक्रोशित भीड़ को खदेडऩे के लिए पुलिस ने 25 बार आसू गैस के गोले छोडे़। सांसद सुधीर गुप्ता स्थानीय नेताओं के साथ लोगों से बात करने पहुंचे है। कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह व डीआरजी अविनाश शर्मा भी लोगों के बीच पहुंचे है। लोग ज्ञापन देने पहुंचे थे तब अचानक से पुलिस पर पथराव शुरू हो गया। इससे दशरथ नाम के एक पुलिस जवान के घायल होने की सूचना भी आ रही है। इन सब के बीच मंदसौर में हिंदू संगठन ने 11 दिन में कलेक्टर सिंह को हटाने की मांग की है। लेाक निर्माण विभाग के प्रभारी एसडीओ कमल जैन को पुलिस ने निर्माण में लापरवाही बरतने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ठेकेदार को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पार्टी अहमदाबाद के लिए रवाना हो गई है। घटना मंदसौर जिला मुख्यालय से करीब 124 किमी दूर भानपुरा तहसील के अंतर्गत आने वाले दूधाखेड़ी गांव की है, जहाँ माता मंदिर निर्माण के दौरान चबूतरा टूटने से गुस्साए लोग सड़कों पर उतर आए है। इस इलाके के कई गाँवों में लोगों ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान समेत स्थानीय विधायक व अधिकारियों के जगह-जगह पुतले जलाए। इस घटना के बाद से मंदसौर जिले के कई गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है। हिंदूवादी संगठनों ने घटना के विरोध में स्थानीय बाजारों को बंद कर दिया है।