May 14, 2019
प्रशांत चौरसिया : दमोह देहात थाना अंतर्गत आने वाले डिकसर एवं मंडला गांव के बीच के खेतों में आ गए एक हिरण के बच्चे का रेस्क्यू करने में डायल हंड्रेड के पुलिस जवानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डायल हंड्रेड यूं तो सूचना के बाद तत्काल ही घटनास्थल पर पहुंचती है लेकिन दमोह में डायल हंड्रेड का पशु प्रेम वाला नजारा भी देखने को मिला। जब इवेंट मिलने के बाद तत्काल ही डायल हंड्रेड के जवान वहां पहुंच गए, जहां पर जंगली कुत्ते हिरण के बच्चे को अपना शिकार बनाने के लिए उसके पीछे दौड़ रहे थे। पुलिस के जवानों ने हिरण के बच्चे को वन विभाग को सौंप दिया है।
दमोह देहात थाना अंतर्गत डायल हंड्रेड के जवान भगवान दास दहिया को डायल हंड्रेड के माध्यम से फोन पर पॉइंट मिला था कि उनके ही क्षेत्र में 2 गांव के बीच कुछ जंगली कुत्ते हिरण के 1 बच्चे को अपना शिकार बनाना चाहते हैं। सूचना मिलने के बाद जब डायल हंड्रेड के जवान खेतों की और पहुंचे तो देखा कि जंगली कुत्ते हिरण के करीब 1 माह के बच्चे का पीछा कर रहे हैं। मशक्कत के बाद पुलिस के जवानों ने हिरण के बच्चे का रेस्क्यू कर पकड़ लिया, तथा कुत्तों को वहां से भगाने में सफल हो गए. डायल हंड्रेड के जवान हिरण के इस नन्हे बच्चे को लेकर के जिला मुख्यालय स्थित उप वन मंडल अधिकारी कार्यालय पहुंच गए। जहां पर हिरण के बच्चे को उप वन मंडल अधिकारी को सौंपा गया।
इस दौरान उप वन मंडल अधिकारी ने बताया कि हिरण के बच्चे को सुरक्षित बचाए जाने के बाद उसे सिंगौरगढ़ के संरक्षित वन में छोड़ा जाएगा। वही रेस्क्यू करने वाले पुलिस जवान ने बताया कि सूचना मिलने के बाद भी लोग समय पर पहुंच गए। जिससे हिरण की बच्चे को बचाया जा सका। यदि समय पर भी नहीं पहुंचते, तो जंगली कुत्ते हिरण को मार डालते।