Dec 30, 2022
नोट बंद हुए तब भी लाइन में लगी रही, कोरोना में दीये जलाए,
100 साल की उम्र में भी हीराबा वोट डालने जाती थीं
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां का निधन हो गया। हीराबा की अंतिम यात्रा नानाभाई पंकज मोदी के घर से शुरू हुई। इस बीच भावुक पीएम मोदी ने मां हीराबा के पार्थिव शरीर को दफनाया। इस बीच पीएम मोदी की मां हीरा बा ने आज तड़के साढ़े तीन बजे अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में अंतिम सांस ली। पीएम मोदी ने ट्वीट कर मां हीरा बा को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा बूढ़ी होने के बावजूद अपने बेटे के साथ हमेशा खड़ी रहीं। 2016 में जब 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद हो गए तो 4000 रुपये निकालने के लिए बैंकों में कतार लग गई, जिसमें वह भी लाइन में खड़े होकर संदेश दिया। नरेंद्र मोदी ने अपील की कि सभी लोग शाम को लाइट बंद रखकर दीया जलाएं। मां हीराबाई ने भी गैलरी में खड़े होकर दीया जलाया। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जब भी मौका मिलता है, वह दिल्ली से विशेष रूप से मां हीराबा से मिलने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए जाते हैं।
100 साल की उम्र में भी हीराबा वोट डालने जाती थीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा के निधन के 100 साल पूरे होने पर देशभर से शोक संदेश आ रहे हैं। हीराबा का जीवन बहुत ही सादा और शांतिपूर्ण था। आखिरी क्षण तक वे इधर-उधर भटक रहे थे। खासकर विधानसभा चुनाव या लोकसभा चुनाव में वह अपने परिवार के सहयोग से मतदान करते थे, बल्कि लोगों को प्रोत्साहित करने और यह संदेश देने के लिए कि वे अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग अवश्य करें। उन्हें देखकर कई और बुजुर्ग भी वोट डालने पहुंचे।