Oct 31, 2017
धमतरी : छत्तीसगढ में सबसे ज्यादा धान पैदा करने वाले जिले के किसान पहले तो कम वर्षा से और अब कीटप्रकोप से हुए नुकसान से खासे हलाकान है। फसल को माहू इल्ली और तनाछेंदक ने बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है। ऐसे में अब किसान नुकसान हुए फसल की क्षतिपूर्ति की मांग जिला प्रशासन से कर रहे है।
दरअसल सूबे का वो इलाका धमतरी जो बारह महीने हरियाली की चादर ओढ़े रहता है, पर मौजूदा वक्त में इलाके के ज्यादातर गांवों में फसल पूरी तरह चौपट हो गया है। जबकि किसान खेती में काफी लागत लगा चुके है।
वहीं अब किसान शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे है। किसानों की माने तो बोआई से लेकर कटाई तक किसान तरह-तरह मुश्किलों से जूझ चुके है और इन दिनों माहू, इल्ली और तनाछेंदक के हमले से फसल बर्बाद हो गए है। फिलहाल जिला प्रशासन सर्वे के बाद मुआवजा देने की बात कह रहे है।