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ठेकेदार बेखौफ कर रहे खनिज संपदा का दोहन

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Jan 5, 2018

**बिलासपुर**। मस्तूरी के आसपास का पथरीला इलाका अवैध कारोबारियों के लिए सोने की खान साबित हो रहा है। ठेकेदार बेखौफ होकर अवैध उत्खनन मनमाने ढंग से खनिज संपदा का दोहन कर रहे हैं। वहीं खदानों में लगातार ब्लास्टिंग से ग्रामीणों को परेशानी और नुकसान उठाना पड़ रहा है। **किसी भी समय कर देेते हैं विस्फोटक...** जानकारी के अनुसार ग्राम मोहतरा , खैरा , जयरामनगर, गांवोंमें पत्थर खदानें है। मोहतरा के क्रेशर खदानों में जहां रोजाना सुबह से ब्लास्टिंग शुरू हो जाती है। खदान मालिकों का हौंसला इस कदर बुलंद है, किसी भी समय विस्फोट करने से नहीं चूकते। इसमें गांव के घरों में पत्थर उछलकर गिरने लगे हैं, कई बार कई लोगों को चोट भी लगी हैं। **मकानों को हो रहा नुकसान...** खदानों में विस्फोट की आवाज मस्तूरी तक सुनाई देती है। नियम यह है कि खदानों में विस्फोट का काम लाइसेंसी कर्मचारियों द्वारा किया जाए। लेकिन क्षेत्र के खदानों में मजदूरों और अप्रशिक्षित लोगों से ही यह काम कराया जा रहा। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि खदान में होने वाले ब्लास्टिंग से गांव के कच्चे-पक्के मकानों को नुकसान पहुंच रहा है। इसी तरह ब्लास्टिंग का समय भी निर्धारित नहीं है। वहीं क्रेशर से उडऩे वाली धूल और डस्ट से लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। सुरक्षा को लेकर किसी तरह की सुविधा मुहैया नहीं कराया गया है, मवेशी भी क्रेशर के अंदर घूमते नजर आ रहे हैं जो कभी भी दुर्घटना का शिकार या किसी प्रकार का हादसा हो सकता है। दूसरी ओर क्षेत्र के ग्रामीण इस अवैध कार्य की शिकायत खनिज विभाग से कई बार कर चुके हैं, क्रेशर की डस्ट राहगीरों के लिए परेशानियों का सबब बन गई है। मस्तूरी ब्लाक के जयरामनगर क्षेत्र में दर्जनभर गांवों में पत्थर खदानों का संचालन में नियमों का पालन नहीं हो रहा। क्षेत्र में खदानों के विस्तार से किसानों के लिए परेशानी खड़ी हो रही है। बारिश के दिनों में संबंधित गांवों में पानी रुकता नहीं। आसपास की खदानें खेतों का पानी सोख लेती है। इस वजह से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पाता। ग्राम पंचायत की सीमा में खदान चलाने के लिए पंचायत की अनुमति जरूरी है। पर इसमें नियम कायदे का कहीं पालन नहीं हो रहा है। बारिश के दिनों में खेतों में पानी नहीं रुक पाने के कारण उत्पादन कम होता गया और किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने इसकी भी शिकायत मस्तूरी एस डी एम से की है, जो अब तक जांच का विषय बना हुआ है, फिलहाल क्रेशर संचालक को नोटिस जारी किया गया है ।