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पं. दीनदयाल पर मचा बवाल, कांग्रेस ने कहा आसुरी आरएसएस

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Sep 6, 2017

रायपुर : छत्तीसगढ़ में पं. दीनदयाल पर राजनीतिक बवाल मच गया हैं। सरकार पहले पं. दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर के लिए सरकारी आदेश जारी करना शुरू किया और अब उनकी जीवनी स्कूलों में पढ़ाई जाएगी। बीजेपी इसे छात्र हित, समाज हित और राष्ट्रहित में बता रही हैं, तो कांग्रेस ने इसका कड़ा विरोध करते हुए कहा कि यह आरएसएस के विचारधारा को छात्रों में जबरदस्ती थोपने की कोशिश हैं। यही नहीं कांग्रेस ने दीनदयाल को आसुरी शक्ति से भी जोड़ दिया हैं। 

भाजपा के पृत पुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय को लेकर फिर छत्तीसगढ़ की सियासत गर्मा गई हैं। अब विवाद दीनदयाल की जीवनी को स्कूलों में पढ़ाए जाने पर हुआ हैं। दरअसल राज्य सरकार ने फैसला किया हैं कि दीनदयाल उपाध्याय के आदर्श जीवन का पाठ छत्तीसगढ़ के छात्रों को पढ़ाई जाए।

इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने राज्य शैक्षणिक अनुसंधान परिषद को पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश भी दे दिए हैं। दीनदयाल की जीवनी छात्रों को 8वीं तक सहायक वाचन की किताब में पढ़ाई जाएगी। बीजेपी ने इसका स्वागत किया हैं।

भाजपा विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि इससे छात्रों में राष्ट्रभक्ति बढ़ेगी। बच्चें सच्चे राष्ट्रवाद के अर्थ को समझ पाएंगे, लेकिन कांग्रेस ने सरकार के फैसले का कड़ा विरोध किया हैं। कांग्रेस का मानना हैं कि यह आरएसएस के विचारधारा को छात्रों में जबरन थोपने की कोशिश हैं।

यहीं कांग्रेस ने दीनदयाल को आसुरी शक्ति से भी जोड़ दिया हैं। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ज्ञानेश शर्मा ने कहा यह एक आत्मघाती कदम हैं। छत्तीसगढ़ में महापुरुषों की कमी नहीं हैं। उनकी पाठ बच्चों को पढ़ाई जाए ना की आरएसएस की विचारधारा को।

वैसे आपको बता दे कि इससे पहले भी पं. दीनदयाल की तस्वीर के साथ सरकारी आदेश जारी होने पर बवाल मच चुका हैं और एक बार फिर दीनदयाल पर सियासत गरमा गई हैं। सबसे अहम ये हैं कि कांग्रेस ने दीनदयाल को आसुरी शक्ति से जोड़कर इस पर राजनीतिक रंग बिखेर दिया हैं।