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शाह और राहुल का मिला फार्मूला, जोगी फार्मूले में सस्पेंस जारी

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Sep 26, 2017

रायपुर : छत्तीसगढ़ में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपना एजेंडा और टारेगट तय कर लिया हैं, तो कांग्रेस का फोकस सिर्फ 2018 के चुनाव पर हैं। कांग्रेस ने कोई गणितीय आंकड़ा तय नहीं किया हैं, लेकिन बीजेपी के पास 11 प्लस 65 का जादूई आंकड़ा हैं।

आंकड़ों के इस खेल में जोगी का गुणा-भाग भी चलेगा, लेकिन जनता कांग्रेस ने भी सीटों की संख्या का कोई दावा पेश नहीं किया हैं। ऐसे में रायपुर से दिल्ली तक प्रदेश बीजेपी को अमित शाह गुरू मंत्र दे रहे हैं, तो कांग्रेस को भी राहुल फार्मूला मिल रहा हैं, लेकिन जोगी फार्मूले पर फिलहाल सस्पेंस हैं।

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्षी कांग्रेस से ज्यादा सत्ताधारी दल बीजेपी दल सक्रिय नजर आ रही हैं। दिल्ली में 25 सितंबर अमित शाह, पीएम मोदी से लेकर वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ छत्तीसगढ़ को लेकर रणनीति बनाई हैं।

इस दौरान सीएम रमन सिंह ने जोर देकर कहा कि  विधानसभा की 65 सीटों के साथ 11 लोकसभा की सीटें जीतकर लक्ष्य पूरा करेंगे। यहीं नहीं प्रदेश भाजपा के लिए जीत के फार्मूले के साथ कार्यक्रम का निर्धारण भी हो गया हैं। 

दिल्ली में ये बनी रणनीति 

25 अक्टूबर 2017 से अगस्त 2018 तक सभी मोर्चा प्रकोष्ठों के लिए कार्यक्रम तैयार होंगे। 25 अक्टूबर को अमित शाह का संभावित छत्तीसगढ़ दौरा हैं। मंत्रियों के जनता दरबार को लेकर दिल्ली में चर्चा हुई।

31 अक्टूबर सरदार पटेल के जयंती के दिन बीजेपी रन फॉर यूनिटी दौरा कराएगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे में दिए टास्क का सत-प्रतिशत क्रियान्वयन करने से ही मिशन 65 प्लस का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता हैं। बोनस देने के बाद बीजेपी अब 65 सीट से ज्यादा सोच रहे हैं।

कांग्रेस ने सीटों के आंकड़ों को लेकर कोई दावा या लक्ष्य निर्धारित नहीं किया हैं। कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती फिलहाल संगठन चुनाव से पहले उभरे मतभेद और बाद मचने वाले सियासी बवाल हैं। कांग्रेस पार्टी फिलहाल रायपुर से लेकर दिल्ली तक इसी उलझन में नजर आ रही हैं।

ये और बात हैं कि राहुल गांधी ने बस्तर का दौरा किया और नए कांग्रेस प्रभारी देकर चुनावी समीकरण बैठा दिया हैं। फिर भी बड़े नेताओं के बीच में एक लक्ष्य का निर्धारण दिखता नहीं। हालांकि इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ की राजनीति में पूरा दखल रखने वाले दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस को कुछ गुरू मंत्र जरूर दिया हैं। 

वैसे कांग्रेस-भाजपा के चुनावी गणित में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के साथ जोगी का गुणा-भाग भी चलेगा। कमल और पंजे के बीच नारियल फूटने को पूरी तरह से तैयार हैं। सीटों की गणितीय बाजीगरी में जोगी फार्मूला किस पर कितना फीट बैठेगा, इसके लिए इंतजार करना होगा और इंतजार उस वक्त का भी रहेगा जिसमें एमपी फेल दिग्विजय छत्तीसगढ़ में नेताओं में मेल करा पाने में कामयाब होते हैं या नहीं।