Nov 14, 2017
धमतरी : एक तरफ स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव-गांव में शौचालय का निर्माण किया जा रहा है और लोगों को खुले में शौच न जाने की अपील की जा रही है, तो वहीं धमतरी जिले में जनप्रतिनिधियों और कर्मचारियों के करस्तानी की सजा हितग्राहियों को भुगतना पड़ रहा है।
ताजा मामला धमतरी जिले के मुजगहन ग्राम पंचायत का है। जहां पूर्व सरपंच और सचिव ने शौचालय निर्माण की राशि गबन कर ली। शिकायत के बाद मामले की जांच हुई, जिसमें दोनों दोषी पाए गए। जिसके खिलाफ प्रशासन ने रिकवरी के आदेश भी जारी किया था, लेकिन आज तक ये राशि रिकवरी नहीं की जा सकी है।
ऐसे में हितग्राहियों को दर दर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है। दरअसल जिला मुख्यालय से लगे मुजगहन गांव में छह माह पहले शौचालय निर्माण की राशि का भुगतान नहीं किये जाने सहित वृध्दा और विधवा पेशन के मामले में गांव के पंचों ने सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
इसके साथ ही मूलभूत विकास में काम नहीं होने के बावजूद पैसा आहरण करने की शिकायत जिला प्रशासन से की थी, इसके बाद सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास लाया गया। जिसे एसडीएम ने धारा 40 के तहत पदमुक्त कर दिया गया है।
वहीं सरपंच और सचिव को नोटिस तामिल कर राशि वापस लौटाने के लिए आदेश दिया गया था, लेकिन महिनों बाद पूर्व सरपंच और सचिव ने राशि नहीं लौटाई। जिसके वजह से हितग्राहियों का अब तक भुगतान नहीं किया जा सका है।
हितग्राहियों की माने तो कर्ज लेकर शौचालय का निर्माण कराया था और अब राशि नहीं लौटाने पर कर्जदार तगादा कर रहे है। बहरहाल इस मामले में जिला प्रशासन जांच के बाद हितग्राहियों को भुगतान कराने की बात कह रहे है।