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इंद्रावती टाइगर रिजर्व की संयुक्त टीम ने लकड़ी तस्करों के मंसूबों को किया नाकाम

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Dec 4, 2018

पवन दुर्गम : बीजापुर वन मंडल के भोपालपट्टनम फॉरेस्ट रेंज में वन विभाग और इंद्रावती टाइगर रिजर्व की संयुक्त टीम को लगातार अवैध सागौन को ज़ब्त करने में बड़ी सफलता मिल रही है, बता दें कि लकड़ी तस्करों द्वारा इस इलाके में इंद्रावती नदी के तेज़ बहाव का फायदा उठाते हुए तस्करी के गोरखधंधे को समय-समय पर अंजाम दिए जाने की कोशिश की जाती है लेकिन वन अमले की मुस्तैदी के चलते तस्कर कई बार असफल हो जाते हैं। 

हाल ही में लकड़ी तस्करों ने कुल 83 नग सागौन की लकडी के लट्ठे छत्तीसगढ़-तेलंगाना-आंध्र बॉर्डर के इंद्रावती नदी से अंतर्राज्यीय तस्करी को अंजाम देना चाहा मगर वन अमले के कर्मचारियों की मुस्तैदी से वे इस नापाक कोशिश में नाकाम हो गए। रात तकरीबन 11 बजे तस्कर इंद्रावती नदी से लकड़ियाँ लेकर जा रहे थे और इस दौरान वन विभाग के कर्मचारियों ने तस्करों को चारों तरफ से घेरकर पकड़ने की कोशिश की। 

इस घटनाक्रम में तस्करों ने वन कर्मचारियों पर पत्थरबाजी की जिसमें 3 कर्मचारियों को मामूली चोटें आईं मगर कर्मचारियों ने हार न मानते हुए तस्करी की जाने वाली सारी लकड़ियाँ कुल 83 नग लट्ठे, जिनकी अनुमानित कीमत 12 लाख रूपये बताये जा रहे हैं जब्त कर लीं। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि वन अमला लकड़ियों की नाप-जोक कर अपने हिरासत में ले रहा है। इस पूरे घटनाक्रम के पीछे एक बात और भी निकलकर सामने आती है कि, नक्सलियों पिछले 25 सालों से इस इलाके से वन विभाग को लकड़ियाँ काटने से रोके रखा है जिससे बीजापुर वन मंडल को अरबों का जो फायदा होना था वो नहीं हो पाया है लेकिन क्या लकड़ी तस्कर नक्सलियों के शह में इस तरह से तस्करी को अंजाम देते हैं?