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तखतपुर पुलिस ने की शराब बेचने वालों के ऊपर अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही

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Sep 2, 2018

अभिषेक सेमर : तखतपुर पुलिस ने क्षेत्र के संवेदनशील गांव सोनबंधा में कार्यवाही करते हुए बड़ी मात्रा में शराब और महुआ लहान तथा सुखी महुआ जब्त किया है। यह शराब बेचने वालों के ऊपर में अब तक की बड़ी कार्यवाही है। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 2 महिला सहित कुल सात लोगों को गिरफ़्तार कर उनके कब्जे से 310लीटर से अधिक शराब जब्त किया है।

तखतपुर क्षेत्र में कच्ची महुआ शराब बनाने और बेचने के लिए कुख्यात सोनबंधा गांव में पुलिस की कार्यवाही कम ही होती देखी गई है। लेकिन इस बार तखतपुर पुलिस ने बड़ा कदम उठाया  और बड़ी कार्यवाही करते हुए सोनबंधा गांव से 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे से 310 लीटर शराब और 600 किलो कच्ची महुआ लहान तथा 160 किलो  सुखी महुआ जब्त  किया गया है। राकेश मिरी पिता अमृत मिरी,गणेश पिता तेजहा,संतन पिता शिव कुमार,परदेशनिन पत्ति स्व. सुंदर खूंटे,मीना बाई पति सनत,रोहित डाहीरे पिता बाबू लाल,नरबद बंजारे पिता कुंवर दास को आबकारी एक्ट की धारा 34(2) और 34(1) च के तहत कार्यवाही की गई है।


पुलिस आधी रात में पहुंची गांव
सोनबंधा गाँव के लोग बहुत ही शातिर है। एक तरह से शराब बनाकर बेचना ही यहां का मुख्य व्यवसाय है। पकड़े जाने से बचने के लिए रात में ही शराब बनाकर उसे बेच देते है इसलिए पुलिस की बड़ी कार्यवाही नही हो पाती थी।दूसरा सोनबंधा संवेदनसील गांव है यहां के लोग सोते समय भी हथियार साथ रखते है इसलिए भी पुलिस गांव में घुसने से कतराती रही ।लेकिन तखतपुर थाना प्रभारी और उनकी टीम ने दृढ़ निश्चय से  सोनबंधा में आधीरात को सिविल ड्रेस में गस्त कर रेकी की और सुबह 4 बजे के आस पास चिन्हित  घरों में धावा बोल दिया और  गांव के लोगो को भौंचक्का कर दिया।


महिलाओं ने रोका रास्ता
पुलिस की दबिश के वक्त घर के दरवाजे पर महिलाओं ने रास्ता रोक लिया जिनहे महिला आरक्षक सुनीता धुर्वे और प्रभारी टीआई किरण राजपूत ने नियंत्रित किया  घर के अंदर घुसने में कामयाब रहे। घर के दरवाजे को खटखटाने पर नहीं खोलने पर एक के ऊपर एक चढ़ कर दीवार फांदकर भी कई घरों में घुसा गया इस तरह से इस ऑपरेशन को पूरी संजीदगी और दृढ़ता के साथ अंजाम दिया गया।


थाने में दिन भर डटे रहे परिजन
पुलिस कार्यवाही कर आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने लाई ।उनके पीछे-पीछे उनके परिजन भी थाने आ गए ।थाने के आसपास दिनभर डटे रहें और लगातार पुलिस से मिन्नत करते रहे किसी की बातों में नहीं आई और आरोपियों के ऊपर सख्त कार्यवाही करते हुए एक अच्छा संदेश देने का प्रयास किया गया यद्यपि परिजन दिनभर थाने में रहे और पुलिस की कार्यवाही को देखते रहे।साथ ही परिजनो को छुड़ाने वकीलों से भी बात करते नज़र आये।