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पढ़ने वाले 11वीं-12वीं के बच्चों को सरकार ने नए साल पर दिया तोहफा

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Dec 31, 2016

रायपुर। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 11वीं-12वीं के बच्चों को सरकार ने नए साल की सौगात दी है। स्कूल शिक्षा विभाग ने अब इन्हें मुफ्त में किताबें बांटने का निर्णय लिया है, लेकिन निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। स्कूल शिक्षा विभाग और छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के बीच हुई हाई पावर कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। अभी पहली से लेकर दसवीं तक के निजी और सरकारी दोनों स्कूलों के 37 लाख बच्चों को विभाग नि:शुल्क किताबें बांट रहा है। 11वीं-12वीं के बच्चों को किताबें खरीदनी पड़ रही थी। इस साल 11वीं में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाएंगी। ये किताबें उपलब्ध नहीं होने के कारण पाठ्यपुस्तक निगम खुद छापेगा और सरकारी स्कूल के बच्चों को बांटेगा। स्कूल शिक्षा सचिव विकास शील का कहना है कि निजी स्कूलों की अन्य कक्षाओं के लिए किताबें दी जाएं या नहीं, इस पर एक सप्ताह के भीतर निर्णय लिया जाएगा।

अप्रैल 2017 से शुरू होने वाले नए सत्र में सिर्फ 11वीं में एनसीईआरटी की किताबें लागू होंगी, इसलिए उन्हें ही नि:शुल्क किताबें मिलेंगी। अगले सत्र में 11वीं-12वीं दोनों के बच्चों को मिलेंगी। राज्य में 11वीं-12वीं में सात लाख बच्चे अध्ययनरत हैं। इनमें करीब डेढ़ लाख बच्चे निजी स्कूलों के हैं, जिन्हें लाभ नहीं मिलेगा। छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के महाप्रबंधक अशोक चतुर्वेदी का तर्क है कि ज्यादातर निजी स्कूल इंग्लिश मीडियम हैं। अंग्रेजी माध्यम के लिए एनसीईआरटी से सीडी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसलिए निजी स्कूलों के बच्चों को नि:शुल्क किताबें नहीं दी जाएंगी।