Oct 17, 2018
चंद्रकांत देवांगन - भिलाई स्टील प्लांट में हुए हादसे के 8 दिन बाद मृतकों के परिजनों को आज शव सौंपा गया शवों को लेने आज उनके परिजन व सहकर्मी मर्च्यूरी पहुंचे थे जहां गमगीन माहौल में आज सभी का अंतिम संस्कार किया जाएगा 9 अक्टूबर को बीएसपी के कोक ओवन की बैटरी नंबर 11 में गैस पाइप लाइन में रिपेयरिंग कार्य के दौरान ब्लास्ट हुआ था ब्लास्ट से मौके पर ही 9 कर्मचारियों की मौत हो गई थी।
वहीं 14 कर्मचारी घायल हो गए थे घायलों को भिलाई के सेक्टर 9 अस्पताल में भर्ती कराया गया था घायलों के इलाज के दौरान 5 और कर्मचारियों की मौत हो गई थी जिन कर्मचारियों की मौके पर ही मौत हो गई थी उनमें फायर ब्रिगेड के भी 4 कर्मचारी शामिल थे जिनमें वीएन राजपूत, मलखम प्रसाद, इन्द्रमण दुबे, और देव नारायण तारण हैं।
वहीं बीएसपी ईएमडी के कमर्चारी गणेश राम, उदय पाण्डेय, संजय चौधरी, केशवराम ध्रुव और अकील अहमद थे जिनके डीएनए परीक्षण के बाद 8 दिन बाद परिजनों को उनका शव सौंपा गया विस्फोट के दौरान जिन 9 कर्मचारियों की मौत हुई थी उनके शव बुरी तरह से जल चुके थे जिन्हें पहचानने में दिक्कतें आ रही थी 4 शवों को परिजनों ने पहचान लिया था लेकिन कुछ एक शव जलने की वजह इतने ज्यादा विकृत हो चुके थे कि उन्हें पहचानना परिजनों के लिए भी मुश्किल हो रहा था।
लिहाजा प्रशासन ने सभी शवों का डीएनए परीक्षण करवाने का निर्णय लिया डीएनए के लिए फारेंसिक एक्सपर्ट ने बोन और टिश्यू का सैंपल लिया था वहीं परिजनों का ब्लड सैंपल लिया गया जिनके डीएनए का मिलान किया गया और आज उनकी रिपोर्ट मिलने पर पुलिस ने मृतकों के परिजनों को उनका शव सौंप दिया पुलिस के मुताबिक हादसे के दूसरे दिन जब मृतकों के शव को परिजनों ने देखा था तो तकरीबन 4 परिजनों ने शव की शिनाख्त कर ली थी लेकिन एक दो शव की पहचान नहीं होने की वजह से सभी शवों का डीएनए किया गया डीएनए रिपोर्ट आने के बाद सही शव की पहचान हो सकी इसके पहले परिजनों ने गलत शवों की पहचान की थी।