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गरियाबंद के बीहड जंगल में एक ऐसा सरकारी स्कूल जिसे मिला आईएसओ प्रमाणपत्र

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Jan 8, 2019

पुरूषोत्तम पात्रा : गरियाबंद के बीहड जंगल में एक ऐसा सरकारी प्राइमरी स्कूल है जहां अपने बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए लोगो को लाईन लगानी पड़ती है, स्कूल को आईएसओ प्रमाणपत्र मिला हुआ है।

आईएसओ 9001 प्रमाणपत्र

राज्य उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार

वर्ष 2018 में 11 बच्चों का जवाहर नवोदय, एकलव्य और डीपीएस स्कूल में दाखिला.............

वर्ष 2017 में 8 बच्चों का जवाहर नवोदय, एकलव्य और डीपीएस स्कूल में दाखिला............

कुछ इसी तरह की उपलब्धियां है गरियाबंद के धवलपुर में संचालित आदिवासी बालक आश्रम के नाम, जवाहर नवोदय, एकलव्य और डीपीएस स्कूल में यहॉ के बच्चों के दाखिले का सिलसिला आश्रम खुलने के साथ 1998 से जारी है, 998 से संचालित आश्रम से अब तक ना जाने कितने बच्चों का चयन उच्च शिक्षा के लिए बेहतर स्कूलों में हो चुका है, हर साल यहॉ के बच्चों का चयन अच्छे स्कूलों में होता है, 100 सीटर इस आश्रम में आसपास के एक दर्जन गॉव के आदिवासी बच्चे पढाई करते है, उनके गॉव में सरकारी स्कूल होने के बावजूद भी वे यहॉ पढना चाहते है, एडमिशन के समय लोगो को लाईन लगाकर अपने बच्चों का दाखिला करना पडता है, आश्रम अधीक्षक टीआर देव के मुताबिक अपने शिक्षकों के साथ मिलकर वे बच्चों को इस लायक बनाते है।

शिक्षकों की मेहनत का असर यहॉ के बच्चों पर साफ नजर आता है, अधिकांश बच्चों से जब पुछा गया कि वे बडे होकर क्या बनना चाहते है तो उनका जवाब था कि वे बडे होकर अच्छा इंसान बनना चाहते है, शायद ये जवाब शहर के बडों स्कूलो में पढने वाले बच्चे भी नही दे पायेगे, बच्चों का सेंस ऑफ ह्यूमर भी कम नही है।

ऐसा नही है कि यहॉ मैरिट के आधार पर होनहार बच्चों को दाखिला दिया जाता हो बल्कि गॉव के आदिवासी बच्चों को पहले और दाखिला पाओ के आधार पर दाखिला दिया जाता है, फिर शिक्षक अपनी मेहनत से इन बच्चों को तरासकर इस लायक बनाते है, यहॉ पढें बच्चे आज अच्छे स्कूल कॉलेजो में तो पढाई कर ही रहे है कुछ अच्छी नौकरी भी कर रहे है, ये बताते हुए शिक्षक बंसीलाल यादव फुले नही समाये।

एक तरफ जहॉ प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में पढाई का स्तर किसी से छुपा नही है वही दुसरी तरफ टीआर देव जैसे शिक्षकों की बदौलत धवलपुर जैसे स्कूल भी मौजूद है, मतलब साफ है यदि दुसरे स्कूलों के शिक्षक भी मेहनत करे तो वो दिन दूर नही जब प्रदेश का हर सरकारी स्कूल धवलपुर स्कूल की तरह आईएसओ होगा और लोग अपने बच्चों के दाखिले के लिए किसी प्राईवेट स्कूल की बजाय किसी सरकारी स्कूल के बाहर लाईन लगाकर खडे नजर आयेंगे।