Feb 15, 2019
अजय गुप्ता - कोरिया जिले के खोंगापानी नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का एक नया मामला प्रकाश में आया है यहां आरोप लगाए जा रहे कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की मिलीभगत से महज 3 माह पहले बनी सड़क के उपर सड़क बनाने का काम जारी है। इस मामले में जहां विपक्ष ने मौन साधकर इस भ्रष्टाचार में अपनी सहभागिता उजागर की है वहीं सत्ता पक्ष के ही पार्षदों ने अपनी ही पार्टी की नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है।
लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है खामियाजा
नगर पंचायत खोंगापानी के सामने 3 माह पूर्व लगभग 9 लाख की लागत से सीसी रोड़ का निर्माण कराया गया था अब दुबारा उसी सड़क पर नई सड़क बनाई जा रही है इस पर नगर पंचायत खोंगापानी के कांग्रेसी पार्षदों ने आरोप लगाते हुए विरोध जाहिर करते हुए बताया कि हाल ही में बनी सड़क पर दोबारा सड़क बनाना बड़े भ्रष्टाचार का उदाहरण है इस मामले में पार्षदों ने मुख्यमंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री समेत जिले के आला अधिकारियों को मामले की जानकारी देते हुए कहा है कि नगर पंचायत खोंगापानी पूरी तरह से निरंकुश हो चली है जिसका खामियाजा आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उठाना पड़ सकता है।
गुणवत्ता की जांच के बाद ठेकेदार को किया गया था भुगतान
वहीं इस बारे में अपना बचाव करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष पति विवेक चतुर्वेदी का कहना है कि चूंकि सड़क गुणवत्ताहीन बनाई गई है इसलिए उसी ठेकेदार के द्वारा सड़क का काम कराया जा रहा है जबकि इस मामले में नगर पंचायत के इंजीनियर का कहना है कि सड़क बनने के बाद उसकी गुणवत्ता की जांच कराई गई थी इसके बाद तत्काल ठेकेदार को भु्गतान कर दिया गया था।
अन्य एजेंसी कर रही फिर से मामले की जांच
बहराहाल इस मामले में नगर पंचायत खोंगापानी के जनप्रतिनिधि व इंजीनियर आमने सामने है समझा जा सकता है कि अगर सड़क गुणवत्तापूर्ण बनाई गई थी तो फिर 3 महीने बाद उसी सड़क पर दोबारा सड़क क्यों बनाई जा रही है और यदि सड़क में गुणवत्ता नहीं थी तो संबंधित ठेकेदार को बिल का भुगतान कैसे कर दिया गया ऐसे में अब इस पूरे मामले की किसी अन्य एजेंसी से जांच कराकर जनता के पैसे की बंदरबाट को रोकना बेहद जरुरी है नहीं तो जनप्रतिनिधियों और इंजीनियर की मिलीभगत से जारी इस सिलसिले को रोक पाना मुश्किल होगा।