Jun 19, 2019
टुकेश्वर लोधी- शासन के योजनाओं का किस प्रकार बंटाधार किया जा रहा है, इसका ताजा उदाहरण आपको आरंग से लगे ग्राम पंचायत बैहार में देखने को मिलेगा। गांव की सरपंच निर्मला साहु के ऊपर महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना और स्वच्छ भारत के अंतर्गत शौचालय की राशि को गबन करने का आरोप लगा है। ग्रामीणों का आरोप हैं कि सरपंच निर्मला साहू प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बनवाने के नाम पर कई हितग्राहियों से दस-दस हजार रुपये ली है, लेकिन उनको योजना का लाभ नही मिल पाया हैं और वे आज भी कच्चे मकानों में रह रहे हैं। यही हाल शौचालय निर्माण में भी हैं। मामले की जाँच के लिए जब जनपद से 4 सदस्यीय टीम ग्राम पंचायत पहुँची तो माहौल तनावपूर्ण हो गया। अधिकारियों ने ग्रामीणों पर सहयोग नहीं करने की बात कहकर जांच पूरी किये बिना ही चले गये।
अधिकारियों के जांच पूरी किये बिना ही चले जाने से नाराज हुए ग्रामीण
जाँच अधिकारियों के वापस जाने से नाराज़ ग्रामीणों ने जनपद पंचायत आरंग के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी और अनुविभागीय अधिकारी आरंग को मामले से अवगत कराया। अधिकारियों ने नए सिरे से निष्पक्ष जांच व दोषियों पर वैधानिक कार्यवाही का आश्वासन दिया जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए। आपको बता दे कि इससे पहले बैहार सरपंच निर्मला साहू पर 82 लाख रुपये के मुरुम चोरी का जुर्माना खनिज विभाग रायपुर द्वारा लगाया जा चुका है तथा मामला SDM आरंग में लंबित है। इसके साथ ही उन पर 30 लाख रुपये का शासकीय शौचालय के गबन, सार्वजनिक शौचालय, सार्वजनिक प्याऊ घर, दुग्ध संग्रहण केंद्र कंप्यूटर ऑपरेटर का मानदेय इंटरनेट खर्च पर भ्रष्टाचार जैसे गम्भीर आरोप लग रहे हैं।