Loading...
अभी-अभी:

अभनपुरः रिश्वतखोर सीएमओ और इंजीनियर को एंटी करप्शन ब्यूरो के रंगे हाथ पकड़वाना ठेकेदार को पड़ गया भारी

image

Jun 19, 2019

प्रवीण साहू- नगरपंचायत अभनपुर के रिश्वतखोर सीएमओ और इंजीनियर को एंटी करप्शन ब्यूरो के रंगे हाथ पकड़वाना एक ठेकेदार युवक को भारी पड़ गया। जिस काम के बकाया 18 लाख रुपए भुगतान के एवज में युवक से रिश्वत मांगी गई थी, उसी राशि को अब विभिन्न बहाने बनाते हुए अटका दिया गया है। पिछले 6 महीनों से युवक भुगतान के लिए नगरपंचायत के चक्कर लगा रहा है, लेकिन अभी तक उसे भुगतान नहीं किया गया है। युवक ने एसपी रायपुर और विशेष थाना रायपुर में भी वर्तमान सीएमओ के विरुद्ध स्वयं को मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने की शिकायत की है, लेकिन अभी तक उसे न्याय नहीं मिला है। परेशान युवक अब पछता रहा है कि आखिर उसने भ्रष्टाचार के विरुद्ध मोर्चा खोलने की हिमाकत क्यों की।

पुष्प वाटिका का निर्माण के भुगतान बदले सीएमओ अनिल शर्मा ने की थी 2 लाख रुपए रिश्वत की मांग

अभनपुर के बड़े उरला का रहने वाला युवक जयप्रकाश गिलहरे जे.पी. कंस्ट्रक्शन का संचालक है। उसने नगरपंचायत के अधीन 55 लाख रुपए की लागत वाले पुष्प वाटिका का निर्माण किया था। उसे 38 लाख रुपए लगभग भुगतान भी किए जा चुके थे, लेकिन अंतिम भुगतान 18 लाख 25 हजार रुपए भुगतान के बदले तत्कालीन सीएमओ अनिल शर्मा ने 2 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। इस पर जयप्रकाश ने एसीबी रायपुर में शिकायत कर दी। 31 दिसम्बर 18 को एसीबी ने सीएमओ शर्मा और उसके सहयोगी इंजीनियर सुरेश गुप्ता को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। जयप्रकाश को उम्मीद थी कि इस कार्यवाही के बाद उसे भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन कुछ ही दिनों में उसे समझ आ गया कि रिश्वतखोर सीएमओ और इंजीनियर को पकड़वाने की सजा उसे भुगतनी पड़ेगी।

नवपदस्थ सीएमओ भी कर रही ठेकेदार को मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित

नवपदस्थ सीएमओ जागृति साहू द्वारा उसके उस अंतिम बिल पर आपत्ति जताते हुए संचालनालय में पुनः पुष्प वाटिका निर्माण कार्य के जांच की मांग की, जिसे पूर्व में सीएमओ शर्मा द्वारा पूर्णता प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका था। इतना ही नहीं सीनियर इंजीनियर और ऑडिटर द्वारा भी उसे भुगतान हेतु क्लीयरेंस जारी किया जा चुका था। आज तक संचालनालय द्वारा जांच नहीं की गई है और न ही इसमें रूचि दिखाई जा रही है।

आख़िरकार परेशान होकर जयप्रकाश ने अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़वाने के कारण भुगतान लटकाकर मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने की बात कहते हुए एसपी और विशेष थाना में सीएमओ जागृति साहू के विरुद्ध शिकायत प्रस्तुत की है। इस संबंध में सीएमओ जागृति साहू का कहना है कि नगरपंचायत से मूल माप पुस्तिका गायब होने के कारण संचालनालय की टीम जांच पूरी नहीं कर पाई है, जिसकी वजह से भुगतान नहीं हो पा रहा है। हालाँकि माप पुस्तिका गायब होने पर उनके द्वारा अभी तक थाने में एफआईआर भी दर्ज नहीं करवाई गई है।