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अम्बिकापुरः अपशिष्ट प्रबंधन, गार्बेज कैफे और डस्टबीन फ्री शहर बनने के बाद अब सीवरेज वाटर को स्वच्छ करने की मुहिम

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Jan 4, 2020

राम कुमार यादव - स्वच्छता के क्षेत्र में कई कीर्तिमान हासिल कर चुके देश के दूसरे स्वच्छ शहर अम्बिकापुर में एक और अनूठा काम किया गया है। सीवरेज वाटर को प्राकृतिक रूप से ट्रीटमेंट करने का काम नगर के सर्वाधिक दूषित माने जाने वाले मरीन ड्राइव तालाब में किया गया है। मरीन ड्राइव तालाब में जो ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है वह प्रदेश का पहला प्लांट माना जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले अम्बिकापुर ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, गार्बेज कैफे और डस्टबीन फ्री शहर बनकर पूरे देश में अपना लोहा मनवा चुका है।

मरीन ड्राइव तालाब में लगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

देश का दूसरे सबसे स्वच्छ शहर अम्बिकापुर की सड़कों पर डस्टबीन कहीं नहीं दिखेगी। सड़कों पर कहीं कचरा नहीं दिखेगा और अगर कचरा दिखा भी तो प्लास्टिक बिनने वाले लोग उसे दे कर अम्बिकापुर में स्थापित देश के पहले गार्बेज कैफे में भर पेट खाना खा लेगें। ऐसी क्लीन सिटी में अब स्वच्छता को लेकर नया पैंतरा अपनाया गया है। इसके तहत शहर के मरीन ड्राइव तालाब में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है। जो मरीन ड्राइव तालाब में आने वाले सीवरेज के पानी को पहले साफ करेगा और फिर पानी तालाब में आ सकेगा। इसके पीछे जिला प्रशासन की मंशा है कि अम्बिकापुर का मरीन ड्राइव तालाब में बने गार्डन और उसकी स्वच्छ हवा के बीच लोग अपना वक्त बिता सकें।