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तालाब पर कब्जा, बेखौफ कांग्रेस के पार्षद तालाब की ज़मीन पाट कर बना रहे आशियाना

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Mar 8, 2019

राम कुमार यादव- सत्ता में आने के बाद नेता आम लोगों का काम करने की बजाय अपनी जेब गर्म करने में जुट जाते हैं। ऐसा ही एक मामला सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में सामने आय़ा है। जहां प्रदेश और नगर निगम में सत्ताधारी दल कांग्रेस के पार्षद इतना बेखौफ हो गए हैं कि वो कलेक्ट्रेट परिसर से चंद कदमों की दूरी पर स्थित तालाब की ज़मीन पाट कर उसमें घर बना रहे हैं। जिला प्रशासन के अधिकारी हैं कि पूरी जानकारी के बाद भी पार्षद के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। 

कांग्रेस पर विपक्ष ने लगाया लूट खसोट का आरोप

अम्बिकापुर नगर नगर निगम के बीचो बीच औऱ कलेक्ट्रेट परिसर से लगे नेहरु वार्ड सत्तीपारा का करसू तालाब इन दिनों अतिक्रमणकारियों के नापाक मंसूबो का सबसे उपयोगी स्थल बन गया है। इन अतिक्रमणकारियों में एक ऐसा अतिक्रमकारी हैं जो कि एक अनोखी योजना के साथ तालाब पर काबिज होने का पूरा बंदोबस्त कर चुका है। दरअसल बीते नवरात्र से ठीक पहले नेहरू वार्ड के पार्षद बबन सोनी ने तालाब के एक छोर पर मिट्टी डलवाकर तालाब के करीब 3 डिसमिल जमीन को पाट दिया। फिर विवाद ना हो इसलिए उसमे नवरात्र के समय दुर्गा पूजा कराई और फिर पंडाल को जस का तस छोड दिया। मामला इतने में ही खत्म नहीं हुआ। इसके बाद हाल फिलहाल के दिनो में पार्षद ने अपने वार्ड में एक क्षतिग्रस्त नाली का निर्माण करवाया औऱ उसके मलवे से निकले कई सौ ईंट को वो अपने कब्जा स्थल ले गया और फिर उसी पंडाल के भीतर ही भीतर वो पक्के घर का निर्माण कराने लगा। अब जब स्थानिय लोगों ने मामला उठाया तो विपक्षी दल को इसकी भनक लगी। अब विपश्री दल आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस जब जब सत्ता में आती है तो इसी तरह की लूट खसोट मचाती है।  

कार्यवाही के नाम पर आज तक वहां एक फावडा भी नहीं चला

जानकारी के मुताबिक नेहरू वार्ड के पार्षद बबन सोनी द्वारा एक योजना के तहत जब तालाब पर कब्जे की कोशिश शुरु हुई थी। तब भी इसकी लिखित शिकायत स्थानिय लोगों ने निगम प्रबंधन औऱ तहसीलदार से की थी। लेकिन किसी की क्या मजाल कि वो निगम और अब प्रदेश में सत्ताधारी दल के पार्षद के अवैध कब्जे को रोक सके। हालांकि जब तहसीलदार इस संबध में जानने की कोशिश की गई तो आश्चर्यजनक तथ्य सामने आए। आश्चर्यजनक इसलिए क्योंकि तहसीलदार महोदय को अवैध कब्जे के खसरा नंबर से लेकर प्रकरण क्रमांक की जानकारी हैं, लेकिन कार्यवाही के नाम पर आज तक वहां एक फावडा भी नहीं चला।  

टेंट पंडाल के भीतर निर्माण अभी भी जारी

वैसे तहसीलदार महोदय ने जिन आरआई साहब को अवैध कब्जा रोकने के लिए करसू तालाब भेजा था। वो शायद अभी तक वहां पहुंच नहीं पाए हैं। जानकारी के मुताबिक टेंट पंडाल के भीतर निर्माण अभी भी जारी है। वैसे अगर साहब लोग गए होते तो कब्जा स्थल पर कुछ कार्यवाही के निशान जरुर दिख रहे होते, लेकिन वहां अगर कुछ दिख रहा है, तो ईंट गिट्टी बालू सिमेंट औऱ लेबर के सिवाय पार्षद के कब्जा स्थल में कुछ और दिख नहीं रहा है। बहरहाल कानून तो यही कहता है कि कब्जा होने से पहले हटा दो तो बेहतर है। नहीं तो फिर घर तोडने पर लोगों की सहानुभूति मिलने लगती हैं।