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बिलासपुरः हो रहा है मॉडल गोठानों का निर्माण, नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के संरक्षण, संवर्धन के कार्यो का शुभारंभ

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Jul 4, 2019

हरिओम श्रीवास्तव- सरकार की महत्वपूर्ण सुजारी योजना एक आकर्षक रूप लेने जा रही है जो मवेशियों के लिए सही साबित हो रही है। बिलासपुर जिले के मस्तूरी क्षेत्र ग्राम पंचायत में बन रहा आदर्श गोठान जिसे क्लेक्टर डॉक्टर संजय अलंग एवं जिला पंचायत सीईओ रितेश अग्रवाल  के निर्देशन में नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के संरक्षण, संवर्धन के कार्यो ने अपना मूर्त रूप लेना शुरू कर दिया है। मस्तूरी जनपद सीईओ अजय पटेल और कार्यक्रम अधिकारी विकास जायसवाल के द्वारा लागतार गोठनों का निरीक्षण किया जा रहा। मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत के वेद परसदा को माडल गौठान के रूप में चयन किया गया है। इस योजना का बेहतर क्रियान्वयन किये जाने से सुराजी गांव योजना छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरूवा, घुरवा अउ बाड़ी येला बचाना है संगवारी, ये साकार होने लगी है।

गौठान में चारा, पानी, पशुओं को आराम करने की जगह और छाया व्यवस्था

इन माडल गौठानों में आसपास के  मवेशियां एक साथ आ सकते हैं। इसके लिए तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं। इससे ग्रामीण और किसानों के साथ यदुवंशियों में उत्साह दिखा। इन माडल गौठानों में प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखने के लिए बांस, बल्ली एवं पैरा से शेड का निर्माण कराया गया है, जो गर्मी बरसात के दिनों में पशुओं को शीतलता प्रदान कर रहा है। पशुओं को छाया मिल गया है। गौठान में चारा, पानी, पशुओं को आराम करने की जगह और छाया व्यवस्था के साथ ही पशुओं के गोबर और चारे के अवशेष से कम्पोस्ट खाद बनाने का काम भी शुरू हो गया। इतना ही नहीं 5 एकड़ में घास भी उगाया जाएगा, जो पशुओं के लिये चारा के रूप में उपयोग किया जाएगा। अब सड़क किनारे बैठने वाले मवेशी गोठान में रहेंगे, जिससे सड़क में चलने वाले वाहन दुर्घटना से बचे ह सकते हैं। इन मवेशियों के सड़कों में इधऱ-उधर घूमते रहने से कई दुर्घटनाएं घटती रहती थीं। कभी मोटरसाइकिल सवार गिर जाते थे, तो कभी कोई राह चलत को इनका शिकार होना पड़ता था।